Article By ANAND VISHWAKARMA

Wednesday, 31 January 2018

उद्गम से सागर मेंं समाने तक समर्पण ही करती आई मां नर्मदा

निज संवाददाता रेहटी 

रेऊगांव में चल रही नर्मदा पुराण कथा के समापन अवसर पर साध्वी अखिलेश्वरी देवी ने मां नर्मदा की त्याग समर्पण की महिमा के साथ कथा को विराम दिया। उन्होने बताया कि श्रृष्टी में सबसे बड़ा विशाल ह्रदय मां का होता है। मां बिना स्वार्थ के अपने जीवन का सबकुछ देकर एक बालक का पालन पौषण करती है ठीक इसी तरह मां नर्मदा का ह्रदय इतना विशाल है। मां नर्मदा के सागर में समाने तक उनमें त्याग और समर्पण ही भरा है। वे एक मां की तरह पालन पौैषण करती आई है। भूमण्डल की अधिष्ठात्री देवी मां नर्मदा जीवन का आधार और जीवन जीने की कला का प्राकृतिक केंद्र है। हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम मां नर्मदा के जल को स्वच्छ, सुंदर और पवित्र बनाए रखेंगे। और इस विश्व की अमूल्य धरोहर को हर हाल में बचाकर रहेंगे। कथा का विराम हवन पुर्णाहुति के साथ हुआ। और भंडारे का आयोजन भी किया गया। 



Tuesday, 30 January 2018

आज पूर्णिमा को पहली बार इस कारण रहेंगे बंद मां विजयासन के पट

निज संवाददाता रेहटी 


मां विजयासन धाम सलकनपुर में इन दिनों माघ मेला सलकनपुर चल रहा है। माघ मेले के दौरान 15 दिनों तक माता के दरबार में मुंडन और तुलादान करने वाले लाखो श्रद्धालु परिवार सहित माता के दरबार पहुंचते हैं। और मुंडन तुलादान कराकर भंडारा कराते हैं। आज बुधवार को सुबह 8 बजे से माता के पट बंद रहेंगे। जो गुरूवार सुबह 4:45 बजे खुलेंगे। पूर्णिमा के दिन माघ मेले का समापन भी है। यहां कइ्र्र भंडारे प्रतिदिन माता के दरबार में चल रहे हैं। इन भंडारोंं में कई श्रद्धालु ऐसे भी हैं जो 50 से 100 किमी की पदयात्रा करके सैकड़ो श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचे हैं। और प्रसादी चड़ाई है। दर्शन किए हैं। 
कई वर्षों में पहली बार रहेंगे पट बंद पूर्णिमा के दिन

अमावस्या से प्रारंभ होकर पूर्णिमा तक चलने वाला माघ मेला 132 वर्षों से निरंतर लगता आ रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि माता के दरबार में आज बुधवार को मेले का समापन है और निशान चडऩा है वहीं सुबह 8 बजे माता के दरबार के पट बंद हो जाएंगे। जो गुरूवार सुबह 4:45 पर खुलेंगे। क्योंंकि इस दिन चन्द्र ग्रहण लगने वाला है। और चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक रहता है। ऐसे में सभी भगवान के मंदिरो के द्वार बंद रहते हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जब पूर्णिमा के दिन जिस दिन निशान चडऩा है उसी दिन मंदिर के दरबार पूरे दिन बंद रहेंगे। जो गुरूवार प्रात: ४:४५ पर ही प्रथम आरती के दौरान खुलेंगे। यह बात व्यापारियों के लिए भी चकित करने वाली है क्योंंकि माता के दरबार में पूर्णिमा के दिन भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और जमकर दुकानदारों की ग्राहकी होती है। महंत प्रभुदयाल ने बताया कि ग्रहण के दौरान माता के द्वार बंद रखे जाते हैं। इसलिए ऐसा माता के दरबार में हो रहा है। 
फिर कैसे चड़ाया जाएगा ध्वज
चंद्र ग्रहण के कारण माता के दरबार में चड़ाने वाला माघ मेले का पूर्णिमा का ध्वज सुबह 8 बजे से पहले प्रात: कालीन आरती के बाद चड़ाया जाएगा। स्मरण रहे कि अमावस्या को नायक बाबा के स्थान पर ध्वज पूजा कर मेले का शुभारंभ किया जाता है। और किसी ध्वज को नायक बाबा के स्थान से माता के दरबार ले जाकर पूर्णिमा को चड़ाया जाता है। 

महापुरुषो का साधना स्थल है मां नर्मदा का दक्षिणी तट

निज संवाददाता रेहटी

रेहटी में चल रही नर्मदा पुराण कथा में साध्वी श्री अखिलेश्वरी देवी ने नर्मदा के तीर्थों की महिमा बताते हुए कहा कि यहां का हर तीर्थ अति पूजनीय है। दीदी मां ने कुंभलेश्वर तीर्थ का नाम लेते हुए बताया कि नर्मदा के दक्षिणी तट पर गांव लम्हेटी में राम लक्ष्मण द्वारा स्थापित एक जिलहरी में दो पिंडी कुम्भेश्वर तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध हुई। जहां त्रेता युग में भगवान राम और लक्ष्मण ने ब्रम्ह हत्या के दोष से मुक्ती के लिए २४  वर्षों तक शिव की आराधना की और ब्रम्ह हत्या के दोष से मुक्त हुए। रेवाखंड में ही हनुमानजी ने ने ब्रम्ह हत्या से मुक्ति के लिए १०० वर्षों तक तप किया था। दीदी मां ने आगे बताया कि जबलपुर में कामधेनू की तपोस्थली के बारे में बताया कि यह स्थान आज तिलवारा में गौ सेवा केंद्र के नाम से जाना जाता है। जिसे जैन पंथ के परम तपस्वी संत आचार्य विधा सागर महाराज ने स्थापित किया है। रेवाखंड में ही राजा मनु ने अपने पिता का श्राद्ध किया था। इस तरह नर्मदा तट पर किया गया श्राद्ध तीर्थ से बड़ा माना गया है। छटवे दिन की कथा में बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रोता नर्मदा पुराण सुनने पहुंचे। जहां आज  बुधवार को कथा का समापन है। साध्वी श्री ने मां नर्मदा की स्वच्छता को लेकर सभी लोगों से जाग्रत होने की बात कही। उन्होने बताया कि आज मां नर्मदा में कई तटो के किनारे लगे उद्योग, रेत माफिया और उदासीन समाज मां नर्मदा के लिए संकट बन गए हैं। इनके कारण अमृत समान जल में जहर घोला जा रहा है। जिन पर विराम लगना चाहिए। आज के समय मां नर्मदा के जल का अस्तित्व बनाए रखना और जल को शुद्ध रखना ही मां नर्मदा की असली पूजा है।

Monday, 29 January 2018

मां नर्मदा के तट की प्राचीनता सिंधु घाटी सभ्यता से भी पुरानी

रेऊगांव-रेहटी :-
मां नर्मदा जी के उत्तर तट पर आयोजित संगीतमय श्री नर्मदापुराण कथा के पांचवे दिन  साध्वी श्री अखिलेश्वरी जी ने मां नर्मदा को प्रणाम करते हुए कथा को प्रारंभ किया आज दीदी मां ने नर्मदा तीर्थ  के बारे में बताते हुए कहा  कि भारत की नदियों में नर्मदा का अपना महत्व है। ओर कितनी भूमि को इसने हरा-भरा बनाया है। साध्वी श्री ने कहा कि पुरानी मान्यता के अनुसार किसी जमाने में यहाँ तट के किनारे तीर्थों  पर मेकल,व्यास,भृगु और कपिल आदि ऋषियों ने तप किया था।दीदी मां ने  बताया कि  ध्यानियों व ऋषि मुनियों की तपस्या व ध्यान के लिए नर्मदा जी के तट बहुत अच्छे माने जाते है । दीदी मां ने मां नर्मदा तट का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से भी पुराना बताते हुए कहा कि यहां का हर एक तीर्थ  पूजनीय ओर  बहुत प्राचीन है । तीर्थ कि अलग अलग महिमा है साध्वी श्री ने बताया कि नर्मदा जी का पहला पड़ाव जिला मंडला है, जो कि अमरकंटक के बाद से शुरू होता है यही पर  राजा सहस्रबाहु ने मां नर्मदा जी को अपनी हजार भुजाओं से रोकने की कोशिश की थी इसलिए  असका नाम 'सहस्रधारा' है। 


मां नर्मदा के  तीर्थों के बारे में बताते हुए दीदी मां ने यह भी कहा कि नर्मदा एक पहाड़ी नदी है ये किसी बर्फीली पहाड़ियों से पिघल कर नही आती है मां तो उन एक एक पौधे से आई जो यहां चारो तरफ लगे हुए थे।मगर हमारे लालच ओर स्वार्थ की वजह से मां नर्मदा का जीवन खतरे में है । ओर इस खतरे से मां को बचाने के लिए साध्वी श्री ने सभी से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का अनुरोध किया ।ताकि आने वाली नई पीढ़ी भी मां नर्मदा जी का लाभ ले सके। अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर हम मां का जीवन ही नही बचाएंगे बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भी जीवन बचाएंगे।साथ ही साध्वी जी  ने भी वृक्ष लगा कर इस कार्य को प्रारंभ किया। कथा को सुनने बड़ी संख्या मे लोग पहुँच रहे है।


Sunday, 28 January 2018

भेरुन्दा मे ऐतिहासिक पथ संचलन

रविवार को भेरुन्दा मे विशाल आर एस एस का पथ संचलन का आयोजन किया गया। जिसमे रेहटी, भेरुन्दा, गोपालपुर सहित आसपास से हजारो कार्यकर्ताओं ने भाग लिया| जहा लोगो द्वारा इनका भव्य स्वागत किया गया| यह भेरुन्दा का ऐतिहासिक पथ संचलन था|

नर्मदा जल के कण-कण में है ब्रम्ह का वास-अखिलेश्वरी देवी

निज संवाददाता रेहटी 


नर्मदा पवित्र नदियोंं में से एक है। वह युग-युग से मानव को सुख और मोक्ष दिलाती आई है। नर्मदा के पानी के कण कण में ब्रम्ह का वास होता है। जो मनुष्य की दरिद्रता और रोगों का नाश करता है। 
यह उद्गार क्षेत्र के रेऊगांव में चल रही नर्मदा पुराण कथा के वाचन करते समय साध्वी अखिलेश्वरी देवी ने कहे। अखिलेश्वरी देवी ने वैज्ञानिक तर्क देते हुए बताया कि पवित्र नदियोंं में से एक नर्मदा में भी बेक्टेरियो फेजेज नामक विषाणु पाया जाता है जो नर्मदा जल को सड़ाने वाले विषाणुओं का नाश करता है। इसलिए नर्मदा का जल कई दिनों तक खराब नही होता। इस तरह नर्मदा जल में भी ब्रम्ह का वास होता है। साथ ही नर्मदा नदी में अन्य विशेषता यह भी है कि यह एकमात्र ऐसी नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है। नर्मदा परिक्रमा में कोई अमीर, गरीब का भेदभाव नही होता क्योंकि यह पैदल की जाती है। श्री साध्वी जी ने बताया कि गंगा त्रेता में और नर्मदा सतयुग में धरती पर आई। नर्मदा परिक्रमा से सभी तीर्थों का फल मिलता है। नर्मदा परिक्रमा कई महान संतो जैसे तोतापुरी महाराज वासुदेवानंद, नानक, कबीर जी आदि ने की है। आज नर्मदा उन्हीं महान संतो के तपों का फल है। अर्थात आशय यह है कि हमें मां नर्मदा के संरक्षण के लिए व्यापक कदम उठाना चाहिए। और उसके जल को दूषित होने से बचाना चाहिए। 
तो भाईयों और बहनों फंडा यह है कि हमें क्षेत्र में हो रही कथाओं में बड़चडक़र हिस्सा लेना चाहिए। क्योंकि इन कथाओं से धार्मिक ज्ञान के साथ साथ कईं चीचों का भी ज्ञान होता है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी इन्हीं से संबंधित प्रश्र पूछे जाते हैं। और कथा का श्रवण कर हम काफी ज्ञान हासिल कर सकते हैं। कथा श्रवण से ज्ञान की प्राप्ती के साथ साथ मन की शांति की भी प्राप्ती होती है। 

Friday, 26 January 2018

युग युग से पालन पौषण करती आई माँ नर्मदा

रेहटी -:रेऊ गावं -
मां नर्मदा के उत्तर तट पर मां साध्वी श्रीअखिलेश्वरी दीदी जी ने मां नर्मदा पुराण की कथा का प्रारंभ 69वे गणतंत्र दिवस की शुभ कामनओ के साथ किया। दीदी मां ने बताया कि जिस तरह संविधान हमे संरक्षण देते है वैसे ही नर्मदा नदी  भी प्रदेश को संरक्षण देती है ।धार्मिक  साधना तप स्थली होने के साथ ही
नर्मदा के तट पर ऐतिहासिक व धार्मिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण  पर्यटन स्थल हैं,जो प्रदेश की आय का महत्त्वपूर्ण कारण  हैं। इस प्रकार नर्मदा नदी सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं धार्मिक दृष्टि से प्रदेश के लिए बहुत महत्व है।नर्मदा नदी का कृषि,पर्यटन,तथा उद्योगों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए दीदी मां ने सभी से अनुरोध किया कि आप जिस तरह एक मां का सम्मान पूरा जीवन करते है वेसे ही मां नर्मदा की स्वच्छता को बनाकर उसे सम्मान दीजिए। क्यो की वो हमारे जीवन को संविधान के समान ही प्रदेश वासियो को संरक्षण देती है।

@  साध्वी श्री ने प्रवचन दिए कि यहां के लोग नर्मदा को यदि मैया कहते हैं तो नर्मदा भी एक मां के समान ही सदियों से यहां के लोगों का पालन-पोषण करती आई है। विशाल जंगलो से ओषधि के लिए जड़ी बूटी देकर हमे जीवन दान दिया है।इसलिए केवल एक व्यक्ति के  चाहने से  हम नदी को स्वच्छ नही रख सकते ।हम सभी को एकजुट। होकर मां नर्मदा की स्वच्छता बनाए रखने में मदद करनी चाहिए।धार्मिक मान्यताओं में सदियों से मां माना जाता होउसके संरक्षण के लिए हमे भी हर वो कोशिश करनी चाहिये जो उसके लिए आवश्यक है।

Thursday, 25 January 2018

रेऊगांव में नर्मदा पुराण कथा यज्ञ प्रारंभ, जानिए आज की कथा

रेहटी क्षेत्र के गांव रेउगांव में नर्मदा पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। जहां इस कथा का शुभारंभ गुरूवार को साध्वी श्री अखिलेश्वरी दीदी मां के द्वारा  कलश व पोथी यात्रा के साथ हुआ। कलश यात्रा मां नर्मदा से शरू होकर कथा स्थल तक बड़े धूम धाम से पहुची। संगीतमय कथा का प्रारंभ मां की स्तुति के साथ हुआ दीदी मां ने बताया की  भगवान शिव के पसीने से मां नर्मदा प्रकट हुई। इनका उद्गम स्थान अमरकंटक है। मां नर्मदा इतनी महान है कि इनका हर एक पत्थर शिव का रूप है स्वयं शिव पार्वती  व अन्य देवता नर्मदा  के किनारे निवास करते है। ओर शिव ने ही इनको नाम दिया जिसका अर्थ है नरम यानी आनंद ओर दा यानी देने वाली मतलब आनंद देने वाली ।
दीदी मां ने बताया कि नर्मदा के घाटों की सच्चे मन से परिक्रमा करने से मनुष्य को सभी कष्टों से निजात मिल जाती है।जैसे गंगा स्नान से सारे पाप धुल जाते है वैसे ही मां नर्मदा के घाटों की जो सच्चे मन से परिक्रमा करते हैं। मां नर्मदा उनके सभी दुखों का समाप्त कर उनके जीवन को सुखदायी बना देती है। 
साथ ही उन्होने नर्मदा स्वच्छता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नर्मदा की पूजा केवल आराधना, दीपदान करने से नही होती। आज के समय में मां नर्मदा को प्रदूषित किया जा रहा है। जो कि सही नही है, नर्मदा हमारी मां  है जीवनदायिनी है, अत: हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम मां नर्मदा में गंदगी न फैलाए, मां नर्मदा को प्रदूषित होने से रोके। तभी हमारी आराधना, पूजा सार्थक हो सकती है। 
कथा वाचन समय  साध्वी श्री अखिलेश्वरी दीदी मां के द्वारा 25 से 31 जनवरी तक प्रतिदिन 12 से 3 बजे तक रहेगा।
एवं हवन यज्ञ समय प्रतिदिन प्रातः 8 से 11 व अपराह्न 4 से 6 बजे तक रहेगा।

यहाँ नीचे क्लिक कर जानिए 

मां नर्मदा की अद्भुद कहानी

Wednesday, 24 January 2018

जानिए मां नर्मदा की अद्भुद कहानी


पुराणों में कहा गया है कि मां नर्मदा भगवान शिव की पुत्री है। आज हम मां नर्मदा की एक महत्वपूर्ण स्टोरी पढ़ेंगे जो इस प्रकार है। हमें इसे ध्यानपूर्वक पड़ना चाहिए, जिसमें मां नर्मदा हम सभी से कहती हैं कि . . . . . . . . . .
मैं नर्मदा हूं। जब गंगा नहीं थी , तब भी मैं थी। जब हिमालय नहीं था , तभी भी मै थी। मेरे किनारों पर नागर सभ्यता का विकास नहीं हुआ। मेरे दोनों किनारों पर तो दंडकारण्य के घने जंगलों की भरमार थी। इसी के कारण आर्य मुझ तक नहीं पहुंच सके। मैं अनेक वर्षों तक आर्यावर्त की सीमा रेखा बनी रही। उन दिनों मेरे तट पर उत्तरापथ समाप्त होता था और दक्षिणापथ शुरू होता था।
मेरे तट पर मोहनजोदड़ो जैसी नागर संस्कृति नहीं रही, लेकिन एक आरण्यक संस्कृति अवश्य रही। मेरे तटवर्ती वनों मे मार्कंडेय, कपिल, भृगु , जमदग्नि आदि अनेक ऋषियों के आश्रम रहे । यहाँ की यज्ञवेदियों का धुआँ आकाश में मंडराता था । ऋषियों का कहना था कि तपस्या तो बस नर्मदा तट पर ही करनी चाहिए।
*इन्हीं ऋषियों में से एक ने मेरा नाम रखा, " रेवा "। रेव् यानी कूदना। उन्होंने मुझे चट्टानों में कूदते फांदते देखा तो मेरा नाम "रेवा" रखा।*
*एक अन्य ऋषि ने मेरा नाम "नर्मदा " रखा ।"नर्म" यानी आनंद । आनंद देनेवाली नदी।*
मैं भारत की सात प्रमुख नदियों में से हूं । गंगा के बाद मेरा ही महत्व है । पुराणों में जितना मुझ पर लिखा गया है उतना और किसी नदी पर नहीं । स्कंदपुराण का "रेवाखंड " तो पूरा का पूरा मुझको ही अर्पित है।
"पुराण कहते हैं कि जो पुण्य , गंगा में स्नान करने से मिलता है, वह मेरे दर्शन मात्र से मिल जाता है।"
मेरा जन्म अमरकंटक में हुआ । मैं पश्चिम की ओर बहती हूं। मेरा प्रवाह आधार चट्टानी भूमि है। मेरे तट पर आदिमजातियां निवास करती हैं । जीवन में मैंने सदा कड़ा संघर्ष किया।
मैं एक हूं ,पर मेरे रुप अनेक हैं । मूसलाधार वृष्टि पर उफन पड़ती हूं ,तो गर्मियों में बस मेरी सांस भर चलती रहती है।
मैं प्रपात बाहुल्या नदी हूं । कपिलधारा , दूधधारा , धावड़ीकुंड, सहस्त्रधारा मेरे मुख्य प्रपात हैं ।
ओंकारेश्वर मेरे तट का प्रमुख तीर्थ है। महेश्वर ही प्राचीन माहिष्मती है। वहाँ  के घाट देश के सर्वोत्तम घाटों में से है ।
मैं स्वयं को भरूच (भृगुकच्छ) में अरब सागर को समर्पित करती हूँ ‌।
मुझे याद आया।
अमरकंटक में मैंने कैसी मामूली सी शुरुआत की थी। वहां तो एक बच्चा भी मुझे लांघ जाया करता था पर यहां मेरा पाट 20 किलोमीटर चौड़ा है । यह तय करना कठिन है कि कहां मेरा अंत है और कहां समुद्र का आरंभ? पर आज मेरा स्वरुप बदल रहा है। मेरे तटवर्ती प्रदेश बदल गए हैं मुझ पर कई बांध बांधे जा रहे हैं। मेरे लिए यह कष्टप्रद तो है पर जब अकालग्रस्त , भूखे-प्यासे लोगों को पानी, चारे के लिए तड़पते पशुओं को , बंजर पड़े खेतों को देखती हूं , तो मन रो पड़ता है। आखिर में माँ हूं।
मुझ पर बने बांध इनकी आवश्यकताओं को पूरा करेंगें। अब धरती की प्यास बुझेगी । मैं धरती को सुजला सुफला बनाऊंगी। यह कार्य मुझे एक आंतरिक संतोष देता है।

पद्मावत का विरोध रेहटी क्षेत्र तक पहुंचा, करणी सेना ने किया बंद का ऐलान

निज संवाददाता रेहटी 
आज 25 जनवरी को रिलीज होने वाली फिल्म पद्मावत के विरोध के स्वर गांवोंं और कस्वों में भी देखने को मिल रहे  है। जबकि इन गांवों और कस्वोंं में कोई थियेटर भी नही है। इसके बाद भी रेहटी सहित 20 गांवों के सैकड़ो राजपूत समाज के लोगों ने अपनी एकता का परिचय देते हुए बुधवार को एक ज्ञापन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम तहसीलदार राजेंद्र जैन को सौंपा। वहीं करणी सेना की राजपूत महिलाएं आज गुरूवार को करणी सेना की जिला प्रभारी अन्नपूर्णा सिंह परमार के नेतृत्व में महिलाएं रेहटी मालीबायां बंद कराएंगी। राजपूत समाज ने ज्ञापन के हवाले से बताया कि संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म पद्मावत में फिल्मांकन के दौरान दर्शाये गए दृश्यों में राजपूत समाज की गौरवशाली परंपराओं, मर्यादाओं, रीति रिवाजों और सामाजिक मूल्यों पर कुठाराघात किया गया। जिससे समाज के लोगों की सामाजिक एवं धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। साथ ही उक्त फिल्म में हमारे गौरवशाली इतिहास के तथ्यों को तौड़ मरोडक़र प्रस्तुत करने से भी हमारी भावनाओं को ठेस पहुंची है। पद्मावत फिल्म प्रदर्शित होने की स्थिति में समाज में असंतोष फैल सकता है। जिससे वर्तमान सामाजिक परिवेश में किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति निर्मित हो सकती है। अत: फिल्म का प्रदर्शन रूकवाएं। 
आज राजपूत समाज की महिलाएं बंद कराएंगी रेहटी मालीबायां
करणी सेना की जिला प्रभारी अन्नपूर्णा सिंह परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आज गुरूवार को फिल्म की रोक की मांग को लेकर रेहटी मालीबायां बंद कराया जाएगा। जिसमें करणी सेना की बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होंगी। बंद का आव्हान करणी सेना की जिला प्रभारी अन्नपूर्णा सिंह परमार के नेतृत्व में किया जाएगा। 
श्रीमद् भागवत कथा आज से माथनी मेें
निज संवाददाता माथनी/रेहटी 
ग्राम माथनी में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन आज गुरूवार 25 जनवरी से किया जा रहा है। जो 2 फरवरी तक चलेगा। 25 जनवरी को ग्राम में भव्य कलश यात्रा प्रात: 11 बजे आयोजित की जाएगी। वहीं कथा का समय 1 से शाम 4:30 बजे तक रहेगा। पूर्णाहुति और भंडारा 2 फरवरी को 11 बजे से शुरू किया जाएगा। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा वाचक रघुनंदन जी शर्मा (चौतलाय वाले) कथा का वाचन करेंगे। यह भागवत कथा ग्राम माथनी के ग्रामीणों द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित कराई जाती है। 

Sunday, 14 January 2018

17 सालों बाद बन रहा है रविवार और मकर संक्राति का ऐसा संयोग

वैसे तो पूरे साल में 12 बार संक्रांति होती है। दरअसल सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना संक्रांति कहलाता है। लेकिन इन 12 संक्रांतियों में से सबसे महत्वपूर्ण होती है मकर संक्रांति। इस साल की मकर संक्राति थोड़ी खास हो जाएगी क्‍योंकि 17 साल बाद रविवार और मकर संक्राति का संयोग बन रहा है, जी हां इस साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति रविवार को मनाई जाएगी। इससे पहले 2001 में रविवार को संक्रांति आई थी।

Wednesday, 10 January 2018

रेहटी के इन 5 स्कूलों की पुलिस ने पकड़ी कंडम बसें


निज संवाददाता रेहटी 
रेहटी पुलिस ने कंडम ओवरलोड अनफिट सुरक्षा मानको पर खरे नही उतरने वाले स्कूल वाहनों के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई में रेेहटी पुलिस ने पुलिस अधिक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देशन का पालन करते हुए एक टीम का गठन कर कंडम वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाया। यह टीम का नेतृत्व रेहटी थाना प्रभारी रजनीकांत दुवे, आरक्षक ३३१ विपिन जाट, आरक्षक १२८ धर्मेंद्र, आरक्षक ३३७ सत्यनारायण ने कार्रवाई करते हुए ग्लोसम स्कूल रिझडिय़ा रेहटी स्कूल
की बस क्रमांक एमपी ०१ एचजी ३२७७, द लिब्रा स्कूल रेहटी की बस एमपी ०४ बीसी १४९८, नालंदा स्कूल ककरदा रेहटी की बस एमपी ०८ टी १०३१, बिंध्यवासिनी कान्वेंट बायां रेहटी स्कूल की बस एमपी ०९ केडी ०५२५, विद्या सागर पब्लिक स्कूल बायां रेहटी की बस एमपी ४१पी ०५२८ को अनफिट कंडम ओवरलोड सुरक्षा मानको पर खरा नही उतरा माना गया। और इनके विरूद्ध परिवहन मोटर व्हीकल परिवहन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। मंगलवार को की गई कार्रवाई में 5 स्कूल बस को पकड़ा। यह कार्रवाई आगे भी जारी रखी जाएगी।
ऐसी जानकारी रेहटी पुलिस से मिल रही है। सुरक्षा मानको पर खरी नही उतरने वाली इन बसों पर स्पष्ट स्कूल का नाम टेलीफोन नंबर, सीसीटीवी कैमरे, ड्रायवर और कंडेक्टर किट में होना, स्पीड गवर्नर, जीपीएस से लेस भी नही थी। ना ही अग्रिशामक यंत्र भी बसों में नही लगे पाए गए।                                   तो भाईयोंं और बहनों फंडा यह है प्रशासन अनफिट बसों को लेकर कार्रवाई कर रहा है यह अच्छी बात है लेकिन  क्या इंदौर हादसे के पहले क्षेत्र की सभी स्कूल बसें फिट थी, हादसे के पहले इन कार्रवाई क्यों नही की गई, क्या हादसे के बाद ही प्रशासन जागता है। 

अनुभूति कार्यक्रम में 7 स्कूल के छात्र-छात्राओं ने खूब बटोरे पुरुस्कार

निज संवाददाता रेहटी 

वन परिक्षेत्र रेहटी और सामान्य वन मंडल सीहोर ने गत वर्षानुसार इस वर्ष भी ईको पर्यटन विकास बोर्ड के तत्वाधान में दो दिवसीय अनिभूति कार्यक््रम का आयोजन बिंध्याचल पर्वत वन विभाग के रेस्ट हाऊस सलकनपुर में आयोजित किया गया। जहां नगर के 7 स्कूलों के छात्र-छात्राओं को जंगल का भ्रमण कराया गया। और उन्हें ज्ञान बर्धक बातें बताई गई। वहीं वन्य प्राणी, जड़ी-बूटी, पशु-पक्षी, पेड़ पौधे की रोचक जानकारियां भी छात्र-छात्राओं को सीहोर से आए मास्टर ट्रेनरोंं ने छात्र-छात्राओं को दी। एसडीओ फॉरेस्ट मनोज भदोरिया, वन परिक्षेत्र अधिकारी रेहटी रितु तिवारी के मार्गदर्शन में आयोजित दो दिवसीय अनुभूति कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में उस्थित छात्र-छात्राओं से प्रश्रोत्तरी में जिसमें सामान्य ज्ञान, वनो से संबंधी ज्ञान जैसे कई सवाल पूछे गए। जिसमें स्कूली छात्र-छात्राओं ने बड़ चडक़र हिस्सा लिया। और खूब पुरुस्कार जीतें। कार्यक्रम के प्रथम दिन प्रश्रोत्तरी में मुख्यातिथि पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष रामगोपाल टैलर, जनपत पंचायत बुदनी अध्यक्ष बिमला रामनारायण साहू,  तहसीलदार राजेंद्र जैन, थाना प्रभारी रजनीकांत दुवे, पूर्व मंडी अध्यक्ष आशाराम यादव, ट्रस्ट अध्यक्ष महेश उपाध्याय, महिला एसआई सुश्री पूजा राजपूत, एसडीओ फारेस्ट मनोज भदोरिया थे। उपस्थित अतिथियों का वन परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी ने गुलदस्ता भेंटकर उनका सम्मान किया। जहां प्रश्रोत्तरी के विजेता छात्र-छात्राओं को अतिथियों ने शील्ड और प्रमाणपत्र बांटे। दूसरे दिन के प्रश्रोत्तरी कार्यक्रम में मुख्यातिथि नप अध्यक्ष सुनिता हरिनारायण चौहान, सरपंच सलकनपुर विपत सिंह उईके, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गजराज सिंह चौहान थे। जहां इन अतिथियों ने भी प्रश्रोत्तरी के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरुस्कार वितरण किए। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन रेंजर रितु तिवारी ने माना। गौरतलब है कि 2 वर्ष से वन विभाग का अनुभूति कार्यक्रम जो छात्र-छात्राओं को बेहद पसंद आता है।
जहां इन नन्हें मुन्ने छात्र-छात्राओं को घूमना-फिरना और वनों के संबंध में रोचक जानकारियां प्राप्त होना। वहीं छात्र-छात्राओं को चाय, नाश्ता और भोजन की व्यवस्था वन विभाग द्वारा की जाती है। छात्रा रौनक, छात्र पियूष ने बताया कि वन विभाग का होने वाला यह अनुभूति कार्यक्रम बार-बार होना चाहिए। इस कार्यक्रम से हमें कई रोचक जानकारियां तो प्राप्त होती ही है साथ ही हमें सेर सपाटे करने का भी मौका मिलता है। 
पांचजन्य यात्रा का गांव में हो रहा है जोरदार स्वागत 
निज संवाददाता रेहटी 
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ जिला बुदनी की विशाल पांचजन्य पथ संचलन यात्रा 28 जनवरी 2018 रविवार को 1 बजे भेरूंदा (नसरूल्लागंज) में आयोजित की जा रही है। दशहरा मैदान में आयोजित होने वाली यात्रा के पूर्व गांव-गांव पांचजन्य यात्रा चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत रेहटी नगर के आसपास के क्षेत्रों मे पांचजन्य यात्रा में सेकड़ो कार्यकर्ता बाईक यात्रा से गांव-गांव पहुंच रहे हैं। दोपहर 3 बजे मालीबायां तिराहे पर यात्रा में पहुंचे राष्ट्रीय स्वयं संघ के कार्यकर्ताओं का जोरदार स्वागत किया। यात्रा रेहटी नगर में भी निकाली गई। यात्रा ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित की जा रही है। मालीबायां सलकनपुर, नकटीतलाई, नीलकछार, माथनी, पानगुराडिया, जहाजपुरा होकर बायां पहुंची। जहां रात्रि विश्राम के पश्चात यात्रा बीबदा, नीनोर, ऊंचाखेड़ा, होलीपुरा, पांडाडो, बुदनी के लिए रवाना हो गई। 


Sunday, 7 January 2018

मात्र देड़ घंटे में भोपाल पहुंचाएगी यह सडक़

निज संवाददाता रेहटी 

41 करोड़ की लागत से बना मालीबायां से वीरपुर 34 किमी तक का सडक़ निर्माण पूर्ण हो जाने से और इस मार्ग के बनने से रेहटी सहित 25 गांव के ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा मिल रही है। वहीं वीरपुर डेम और भोपाल जाने वालोंं के लिए वायपास रास्ता होने से अब लोग इस मार्ग से मात्र देड़ घंटे में भोपाल पहुंच रहे हैं। जबकि पहले ओबेदुल्लागंज होते हुए भोपाल जाना पड़ता था। जहां लोगों को 2 से ढाई घंटे का समय लगता था। पहले यह मार्ग उबड़-खाबड़ और क्षतिग्रस्त होने से यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती थी। लोनिवि की देखरेख में बना करोड़ो के काम को हिलवेज कन्सट्रक्शन कंपनी प्रा. लि. भोपाल ने इसे पूर्ण किया है। जहां झोलियापुर से वीरपुर तक वन विभाग की जगह लेने के कारण कंपनी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोनिवि विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में इस मार्ग को गुणवत्तायुक्त बनाया गया है। जिसकी गुणवत्ता सडक़ निर्माण से ही पता चल रही है। कंपनी को वन विभाग की जगह लेने में एक वर्ष का समय लगा। यह मार्ग एक वर्ष पहले ही पूर्ण हो जाता, लेकिन वन विभाग ने टू-लेन सडक़ बनाने के लिए जगह नही दी। 
बाईपास से भोपाल जा रहे हैं लोग
मालीबायंा-वीरपुर टू लेन सडक़ पूर्ण होने से अब लोग वाईपास होकर भोपाल पहुंच रहे हैं। जहां उन्हे समय बचत के साथ दूरी भी कम पड़ रही है। इस मार्ग से भोपाल पहुंचने में मात्र 55 किमी का सफर तय करना पड़ रहा है। जबकि ओबेदुल्लागंज होते हुए 75 किमी का। इस मार्ग से रेहटी सहित गांव मालीबायां, कोसमी, गेहूखेड़ा, बोरदी, खैरी, चकल्दी, बारदा, झोलियापुर, आमडो और आसपास के दो दर्जन से अधिक गांव को लाभ मिल रहा है। 
सडक़ तो बनी लेकिन झोलियापुर वेराज सडक़ पर पुल नही
बरसात के दिनो में इस मार्ग से भोपाल भी आना जाना सुगम हो जाएगा। वहीं कोलार बेराज की सडक़ पर पुल बनना अनिवार्य था। जहां बरसात के दिनो में झोलियापुर डेम का पानी कोलार बेराज की सडक़ पर और कोलार नदी से निकलने पर भारी बारिश में यह मार्ग अवरूद्ध हो जाता है। इसलिए झोलियापुर बेराज सडक़ पर ग्रामीणों ने पुल की दरकार की है। 


मालीबायां-वीरपुर टू लेन सडक़ निर्माण में गुणवत्ता आने के बाद ही काम को आगे बड़ाया गया है। गुणवत्ता में कोई समझौता नही किया है। जो यह सडक़ बयां कर रही है। 
एसएल रोहिताश, उपयंत्री लोनिवि रेहटी
शिक्षा समिति अध्यक्ष ने किया निरीक्षण

निज संवाददाता रेहटी 
बालक हायर सेकेण्डरी स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण जिला पंचायत सीहोर के उपाध्यक्ष एवं जिला शिक्षा समिति सीहोर के अध्यक्ष मोहनलाल पंवार ने किया। जहां कक्षा 7, 8, 9, 10वीं के छात्रों से पारस्परिक संवाद के दौरान ज्ञान संबंधी प्रश्र पूछे और शिक्षा के उद्देश्य तथा व्यावहारिक ज्ञान, तथा नैतिक शिक्षा पर बल देते हुए श्री पंवार ने छात्रो से कई सवाल पूछे। जहां छात्रो द्वारा संतोषजनक उत्तर देने पर उन्होने छात्रों की सराहना की। इस मौके पर उपस्थित स्कूल प्रभारी शिक्षक-शिक्षिकाओं से उनकी समस्याएं भी पूछी गई। और समस्याओं के निराकरण के लिए सुझाव भी दिए गए। उन्होने सभी कक्षाओंं में घूमकर निरीक्षण किया। जहां सभी कक्षाएं विधिवत संचालित होने पर उन्होने खुशी जाहिर की। 
रामकथा रसपान १४ जनवरी से ओंडिया में 
निज संवाददाता रेहटी 
श्री बटश्वर दक्षिणमुखी इच्छापूर्ति हनुमाान मंदिर प्रांगण ग्राम ओंडिया में रामकथा रसपान का आयोजन 14 जनवरी से 20 जनवरी तक किया जा रहा है। जिसमें कथा वाचक कमलाप्रसाद तिवारी, प्रत्यक्ष ज्यौतिष्य परामर्श केंद्र पांगरा, भोपाल अपने मुखारबिंद से रामकथा का रसपान सुनाएंगे। कथा का समय दोपहर 12 बजे से सायंकाल 3 बजे तक आयोजित किया जाएगा। मकरसंक्राति से शुरू होने वाली रामकथा रसपान में मुख्य यजमान श्रवणगिरी रहेंगे। वहीं मंदिर पुजारी प्यारेलाल जी, विवेक तिवारी, सीके यादव, सुनील दुवे, आरएस जादौन, हरीश माहेश्वरी, मोहन यादव यहां की व्यवस्था संभालेंंगे। 
रामदेव बाबा की संगीतमय कथा 10 जनवरी से आंवलीघाट में 
निज संवाददाता रेहटी 
मेकलसुता सेवा समिति रेहटी रामदेव बाबा सेवा समिति रेहटी, क्षेत्रवासी द्वारा क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल आंवलीघाट में क्षेत्र में होने वाली पहली रामदेव जी बाबा की संगीतमय कथा का आयोजन 10 जनवरी से 14 जनवरी तक किया जा रहा है। क्षेत्र में पहली बार मारुतिनंदन हनुमान मंदिर आंवलीघाट पर राधेश्याम महाराज की आध्यात्मिक प्रेरणा से बाबा रामदेव जी की राजस्थानी शैली में कथा वाचक ईश्वर सिंह (मिनीलक्खा) की सुमधुर ह्रदय स्पर्शवाणी से कथा का रसास्वादन होगा। आंवलीघाट में कलशयात्रा एवं कथा प्रारंभ 10 जनवरी बुधवार से दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक समापन एवं महाआरती मकर संक्राति 14 जनवरी रविवार को होगा। 
आरएसएस की बैठक आयोजित

निज संवाददाता रेहटी 
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक रविवार को बागवान गार्डन में पांचजन्य पथसंचलन रविवार 28 जनवरी भेरूंदा (नसरूल्लागंज) में दोपहर 1 बजे से शुरू के लिए  संपन्न हुई। बैठक के संबंध में नगर कारवाह राघवेंद्र मालवीय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि संचलन के लिए रेहटी नगर में अधिक से अधिक संख्या में स्वयं सेवक उपस्थित हो। इसके लिए संपूर्ण कार्ययोजना बताई गई। तथा बस्ती प्रभारी और नगर टोली नियुक्ति की तथा संचलन के लिए स्टिकर टी-शर्ट और ट्रेकसुट आदि प्रचार सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। और गणवेश के लिए रेंज प्रांगण के सामने प्राप्त की जाएगी। बैठक को जिला कारवाह राकेश वर्मा ने भी संबोधित किया। और उन्होने भी अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की है। 
 रौजाना रेहटी की खबर पाने के लिए view my complete profile पर क्लिक कर follow आप्शन पर क्लिक करें।


Friday, 5 January 2018

डिजिटल इंडिया से जोडऩे वितरित किए स्मार्ट फोन


निज संवाददाता रेहटी 
छात्र-छात्राओं को डिजिटल इंडिया से जोडऩे नगर के शासकीय कॉलेज में शुक्रवार को मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग की अभिनव योजना के तहत प्रथम सत्र के 247 छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क मोबाईल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ नगर परिषद अध्यक्ष सुनिता हरिनारायण चौहान, कॉलेज के जन भागीदारी अध्यक्ष सुभाष मालवीय, पार्षद अनिल जिराती, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी प्राचार्य मनोज वर्मा, सहायक वर्ग 3 के हरिओम राव  ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया। 
अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत छात्रसंघ के अध्यक्ष कपिल चौहान, रचना कीर, वंदना यादव एवं क्षमा बारेला द्वारा किया गया। जहां सरस्वती बंदना एवं स्वागत गीत सुषमा धुर्वे, क्षमा इरपांचे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित नप अध्यक्ष श्रीमती चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि यह मोबाईल उत्कृष्ट सूचनाओं के आदान प्रदान तथा नवीन जानकारी प्राप्त करने हेतू दिया जा रहा है। जिसका सभी को सदुपयोग करना है। कार्यक्रम का संचालन डॉ पुनीत मालवीय द्वारा किया गया। तथा उपस्थित अतिथियों का आभार हरिओम राव असटकर ने माना। इस मौके पर कॉलेज के सुरेश सौलंकी, वंदना नामदेव, राधेश्याम चौहान, मंगल सिंह बामने, राकेश विश्वकर्मा, विनोद यादव, रवि कलोसिया, आनंद विश्वकर्मा, गौरव चौहान सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। 

Wednesday, 3 January 2018

हादसो भरे साल में सडक़ दुर्घटना में 2 की मौत





निज संवाददाता रेहटी 
2018 का वर्ष हादसौ भरा वर्ष शुरू में ही सावित हो रहा है। नये साले के पहले दिन एक व्यक्ति को जहरीले सांप के काटने से उसकी मौत होना, वहीं सडक़ हादसे में 1 जनवरी को सलकनपुर देवी दर्शन करने आ रहे रसुल्लिया होशंगावाद के एक युवक की मौत। वहीं बीती रात 11 बजे सडक़ हादसे में २ युवाओं की मौत हो गई। नये वर्ष के 3 दिन में 4 मौते होने से यह वर्ष हादसो भरा वर्ष दिखाई दे रहा है। बीती रात गांव बोरी निवासी राजेंद्र पुरी पिता लखनलाल पुरी उम्र 22 वर्ष, मोहित पिता संतोष गिरी 20 वर्ष जो अपनी इंडिका कार से सलकनपुर होते हुए आंवलीघाट स्नान के लिए जा रहे थे। तभी लौटते में रात्रि 11 बजे सलकनपुर के पास किसी अज्ञात वाहन ने इंडिका कार को जोरदार टक्कर मार दी। जो खाई में जाकर गिरी। जिससे इंडिका में सवार राजेंद्र और मोहित की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर बुधवार को दोनो शवोंं का पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। 
वर्षभर गंदगी और कीचड़ की मार झैल रहा है ग्राम गेहूंखेड़ा
गंदे पानी की निकासी के लिए गांव में एक भी नाली नही



निज संवाददाता रेहटी 
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में सफाई अभियान चला रहे हैं। और यह सफाई अभियान कई स्थानों पर सफल होता नजर भी आ रहा है लेकिन रेहटी से करीब २ किमी स्थित गांव गेहूंखेड़ा साफ-सफाई, नाली, स्वच्छ सडक़ोके अभाव में गंदगी की मार झेल रहा है। वहीं स्वच्छता का अभियान चलाने वालों पर इस गांव की ओर नजर नही पड़ रही है। जहां इस गांव में एक भी नाली नही है। पूरा गंदा कचरा, पानी इस गांव की सडक़ों पर फैला पड़ा रहता है। इस तरह गांव की गलियों में सूखे में भी कीचड़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं। कीचडय़ुक्त गलियों में रोज स्कूली बच्चोंं गांव के लोगों का आवागमन होने से उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है। और यह हालात साल भर गांव में बने ही रहते हैं। गांव में घरोंं से निकलने वाला कू ड़ा-करकट की उचित व्यवस्थापन की भी जगह नही है। जिससे मजबूर होकर लोगों ने अपने घरो के पीछे घूड़े लगा रखे हैं। और बदबू, बीमारियों की मार झैल रहे हैं। स्वच्छता अभियान के इस दौर में गेहूंखेड़ा गांव की यह स्थिति बेहद शर्मनाक है। गांव के नारायण चौहान ने बताया कि गांव में यह हालात वर्षों से निर्मित है। जिनको दूर करने के प्रयास अभी तक नही किए गए हैं। वहीं आने-जाने में हम ग्रामवासियों को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। गांव में नाली तक की व्यवस्था नही है। 

सडक़ बनने के लिए ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव बनाकर लोनिवि को दे दिया है। स्वीकृत होते ही ग्राम गेहूंखेड़ा में सडक़ निर्माण हो जाएगा। 
रामजीवन शर्मा, सचिव ग्राम पंचायत गेहूंखेड़ा




बाईक सहित 20 हजार की अवैध लकड़ी जब्त
निज संवाददाता चकल्दी/रेहटी 
अवैध लकड़ी चोरी की लगातार धर पकड़ के बाद भी लकड़ी चोर लकड़ी चुराने से बाज नही आ रहे हैं। ऐसे में वन विभाग की मुश्किले और बड़ गई हैं। और उन्हें कड़ी गश्त कर इन लकड़ी चोरो पर अंकुश लगाना पड़ रहा है। वन विभाग ने टीम गठित कर और गश्ती के दौरान फिर से बीती रात एक बाईक पर 16 नग अवैध लकड़ी के पायें जो चारपाई में लगाए जाते हैं। जिनकी कीमत 20 हजार बताई जा रही है। उनके  सहित एक सुजुकी बाईक बरामद की है। सतराना चकल्दी मार्ग से बाईक और ये चारपाई के पायें जब्त किए हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गए। ज्ञातत्व है कि वन परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी रेहटी के मार्गदर्शन में गठित टीम में उप वन क्षेत्र अधिकारी देवी सिंह भामर, आरएस जादौन, वन रक्षक चंदर सिंह चंद्रवंशी, स्थायीकर्मी अजहर अलि की यह चौथी कार्रवाई है। वहीं वन परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी ने बताया कि वनों को नुकसान पहुंचाने वाले आरोपियोंं को किसी कीमत पर बख्शा नही जाएगा। वन विभाग की लगातार सघन गश्त से और इन तक पहुंचकर लकड़ी की धर पकड़ कर आरोपियों को भी पकड़ा जाएगा। वहीं उन्होने यह भी बताया कि 6 माह पहले हुए हिरण शिकार के शिकारी में से एक को गिरफ्तार कर जैल भेज दिया है। वहीं कई नामी शिकारी इस मामले में आने का अनुमान लगाया जा रहा है। जो आरोपियों के बयान के बाद वन विभाग इन तक पहुंचेगा। 

 रौजाना रेहटी की खबर पाने के लिए view my complete profile पर क्लिक कर follow आप्शन पर क्लिक करें।

Monday, 1 January 2018

नव वर्ष में रिकार्ड तोड़ भीड़ ने किए मां विजयासन के दर्शन

निज संवाददाता रेहटी आनंद विश्वकर्मा 
आस्था और विश्वास का संगम नव वर्ष के पहले दिन सोमवार को मां विजयासन शक्तिपीठ धाम सलकनपुर में देखने को मिला। जहां लाखों लोगों ने मां विजयासन के दर्शन कर अपने नव वर्ष 2018 की शुरूआत की। नववर्ष के पहले दिन सोमवार को मां विजयासन धाम सलकनपुर में सुबह से ही माता के भक्तों का सैलाव उमड़ता रहा। जहां रात्रि 8 बजे तक करीब ढाई लाख से तीन लाख श्रद्धालुओं ने मां विजयासन के दर्शन किए। लाखों श्रद्धालु एक दिन में इतने अधिक जमा होने पर सलकनपुर के इतिहास के सारे रिकार्ड टूट गए हैं। जहां शारदीय नवरात्र में भी इतने अधिक श्रद्धालु माता के दरबार में नही देखे गए। भक्तों की अपार भीड़ के चलते लगाया गया पुलिस बल बौना सावित हुआ। शारदीय और चेत नवरात्र की तरह 250 से अधिक पुलिस बल लगाया जाना था लेकिन प्रशासन ने केवल 60 ही पुलिस बल तैनात किया। 
सारे रिकार्ड ध्वस्त हुए

100 सालों में यह पहला नव वर्ष का पहला दिन है। जहां करीब 3 लाख श्रद्धालु मां विजयासन दरबार पहुंचे। जो अभी तक के 100 साल के रिकार्ड में शामिल नही है। इतने अधिक श्रद्धालु शारदीय नवरात्र में भी नही आते हैं। सोमवार को रोप-वे और वाहन पहुंच मार्ग पर जाम लगने से कई श्रद्धालुओं को मजबूरी में सीड़ी मार्ग से मंदिर तक जाना पड़ा। सीड़ी मार्ग भी भक्तो से खचाखच भरी हुई थी। 
4 घंटे तक लगा वाहन पहुंच मार्ग तक जाम

नव वर्ष के पहले दिन दोपहर 12 बजे के बाद श्रद्धालुओं की अपार भीड़ सलकनपुर जमा हो गई। और 2 किमी लंबे वाहन मार्ग में हजारो वाहन जाम में फंसे हुए थे। जहां छोटे बच्चोंं और महिलाओं की हालत देखते नही बनती थी। वाहन पहुंच मार्ग पर पूरे दिन बार-बार जाम की स्थिति निर्मित होती रही। 
टिकट लेने के 5 घंटे बाद रोप-वे से पहुंचे श्रद्धालु
अपार भीड़ होने से रोप-वे में भी भारी भीड़ जमा थी। जहां टिकट लेने के बाद 5-5 घंटे बाद रोप-वे से श्रद्धालु पहुंच सके। लंबी कतारो में लगे श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार करते रहे। 
माता के दरबार में लंबी-लंबी कतारे

मां विजयासन धाम सलकनपुर में लाखों श्रद्धालु एक साथ जमा होने से माता के दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारे लगी हुई थी। जहां जय माता दी उद्घोष के साथ श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहीं रात को 8 बजे तक जिन श्रद्धालुओं ने दर्शन नही किए थे, उन श्रद्धालुओं को आज मंगलवार को दर्शन करना पड़ेगा। 
पार्किंग भी छोटा पड़ा
हजारो की संख्या में सलकनपुर पहुंचे वाहनो से मंदिर स्थल पर बनाया पार्किंग भी छोटा पड़़ गया। जहां कई वाहनों को दूर तक खड़ा करना पड़ा। नव वर्ष के पहले दिन कई वीआईपी भी सलकनपुर पहुंचे। और माता के दर्शन किए। जिसमें सुहागपुर विधायक शामिल है।
यहां क्लिक कर जानिए कैसे बना शक्तिपीठ सलकनपुर

यहां क्लिक कर जानिए कैसे हुई सलकनपुर पर्वत की उत्पत्ति


 रौजाना रेहटी की खबर पाने के लिए view my complete profile पर क्लिक कर follow आप्शन पर क्लिक करें।