Article By ANAND VISHWAKARMA

Friday, 7 October 2016

क्षेत्र के कलवाना स्कूल को मिलेगा स्वच्छता का राष्ट्रीय पुरुस्कार

निज संवाददाता रेहटी

जज्बा मेहनत और लगन हो तो हर प्रयाश सफल हो जाता है। बस हमें जरूरत है तो मेहनत और लगन की। यह सब कर दिखाया है रेहटी के समीवर्ती प्रायमरी स्कूल कलवाना के प्रधानाध्यापक शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्रों ने। जिसका स्वच्छता अभियान में राष्ट्रीय स्तर पर प्रायमरी स्कूल कलवाना राष्ट्रीय पुरुस्कार के लिए शामिल किया गया है। यह जज्वा और मेहनत यहां के प्रधानाध्यापक सीताराम जाट के अथक प्रयास से यह संभव हुआ है। जहां उन्होने 5  स्टाफ और 134  छात्रों की मदद से यह मुकाम हासिल किया है। प्रधानाध्यापक सीताराम जाट ने बताया कि यह हमारा एक वर्ष का प्रयास था। जो पूरी तरह से सफल हुआ है। जहां स्वच्छता अभियान की ट्रेनिंग होने के बाद मन में ठान लिया था कि स्कूल को पूरी तरह से स्वच्छ बनाकर और प्रतिदिन साफ-सफाई कर इसको स्वच्छता की अग्रणीय श्रेणी में रखना है। यहां मध्यान्ह भोजन करने के पहले सभी बच्चे साबुन से हाथ धोकर ही भोजन करते हैं। यहां बच्चों की बाल केबिनेट भी बनाई गई है। जो प्रतिदिन अपना काम सुचारू रूप से करती है। स्कूल की प्रतिदिन साफ सफााई सभी कक्षाओं में डस्टबिन रखने के साथ यहां अशोक और कई प्रकार के जो पेड़ पौधे लगाए गए हैं, उनकी प्रतिदिन देखभाल करना और स्कूल की दीवारों पर स्वच्छता के स्लोगन लिखकर स्वच्छता का संदेश देना, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छता अभियान चला रखा है, उसमें पूरी तरह से स्कूल खरा उतरना यह भी हमारा प्रयास रहा है। मुझे खुशी है कि हमारी मेहनत रंग लाई है। और एक छोटे से गांव का स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है। इसे राष्ट्रीय पुरूस्कार मिलने जा रहा है। वहीं उन्होने यह भी बताया कि मुझे पे्ररणा के लिए अन्य स्कूलों में जाना पड़ता था। और जो नई चीज उन स्कूलों में देखने को मिलती थी, वह मैं स्कूल में उचित ढंग से करता था। और परिणाम हमें बहुत ही सार्थक मिले हैं। स्कूल के राष्ट्रीय चयन के बाद आगे भी स्वच्छता का संदेश देते हुए स्कूल को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखा जाएगा। 

स्कूल का स्टाफ और छात्रों की मदद से स्कूल में स्वच्छता को लेकर कोई कसर नही छोड़ी है। और आगे भी स्वच्छता को लेकर एक तिनका भी स्कूल में नजर आता है तो हम तुरंत साफ-सफाई करते हैं। 
सीताराम जाट, प्रधानाध्यापक प्रायमरी स्कूल कलवाना

No comments:

Post a Comment