निज संवाददाता रेहटी
नवरात्र में पंचमी पर मां विजयासन का दरबार विशेष प्रकार से सजाकर माता का विशेष श्रंगार किया जाता है। और आज के दिन दर्शन करने का लाभ अधिक मिलता है। इसलिए माता के भक्तों की आज से दरबार में भीड़ जाती है। रात्रि 3 बजे से लेकर रात्रि 12 बजे तक माता के दरबार में 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। क्योंकि माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालु अधिक समय माता के दरबार में रूक नही रहे हैं। पदयात्रा करके आए श्रद्धालु दर्शन करने के बाद रात्रि में ही वाहनों से लौट जाते हैं। इस कारण माता के दरबार में भीड़ तो हा रही है लेकिन अधिक भीड़ नही रह पा रही है।
भारी संख्या में चल रही है प्रायवेट बसें
लाखों की संख्या में आ रहे माता के श्रद्धालु जो पदयात्रा कर पहुंच रहे हैं। उनके जाने के लिए चारो ओर विशेष बसों की व्यवस्था नवरात्र में जाती है। जहां से पूरी रात किसी भी दिशा में जाने के लिए वाहन उपलब्ध रहते हैं। बसों को भरकर सीधे भोपाल, इंदौर, हरदा, होशंगावाद, इटारसी, सडक़ मार्गों पर रवाना कर दिया जाता है। यही कारण है कि मेला प्रांगण में श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा नही हो पा रह हैं। और सुविधाजनक श्रद्धालु अपने-अपने घरों तक पहुंच रहे हैं। जबकि बसों में यात्री ज्यादा होने के कारण ओवरलोड बस चलाई जा रही है। तब कहीं जाकर श्रद्धालु की संख्या कम हो पा रही है।
सडक़ मार्ग पर आज से ही लंबी-लंबी कतारें लगना प्रारंभ हो गई जो अष्टमी तक रहेगी
माता के दरबार में पहुंचने वाले चार, दो पहिया वाहन चालक की भारी संख्या होने के कारण और माता के दरबार में पहाड़ी पर पार्किंग की जगह कम होने के कारण दस-दस वाहनों को रोक कर पहाड़ी पर भेजा जा रहा है। जिससे अव्यवस्था न हो और श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सके। जो वाहन पहाड़ी पर जा रहे हैं उनको लाईन में लगकर गुरूवार एक से देड़ घंटे इंतजार करना पड़ा। क्योंकि संख्या में बड़ गई है। और वाहन भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। इस कारण भी व्यवस्था में बदलाव करना पड़ रहा है। ऐसे में बाईक सवार दो लोगों को ही पहाड़ी पर चडऩे की अनुमति है जो वाहन पुराने हैं और कंडम है नीचे ही वाहन पार्क करके सीड़ी और सडक़ मार्ग से पदयात्रा करके जाना होगा। यह श्रद्धालुओं की भीड़ पंचमी से अष्टमी तक निरंतर बड़ती रहती है। और अष्टमी को रविवार पडऩे के कारण श्रद्धालुओं की संख्या भारी संख्या में बडऩे की संभावना है।
नगर के गांधी चौक में विराजित मां दुर्गा |
प्रशासन ने बड़ाया पुलिस बल
माता के दरबार में 200 से अधिक पुलिसकर्मी, अधिकारी सेवा दे रहे हैं। लेकिन यातायात व्यवस्था में कमीं होने के कारण यातायात पुलिस के 48 जवान और अधिकारी और बड़ा दिए हैं। जो सडक़ मार्ग पर यातायात की व्यवस्था देख रहे हैं। अब 240 के आसपास पुलिसकर्मी माता के दरबार में सेवा दे रहे हैं। इसके बाद भी रात्रि को 9 बजे के बाद मंदिर को छोडक़र किसी भी पाइंट पर कोई पुलिसकर्मी नजर नही आ रहा है। और ना ही माता के दरबार में पहुंचने वाले पदयात्रियों की सुरक्षा के लिए सडक़ पर गस्त देने वाले वाहन चलाये जा रह हैं। कोई पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रात्रि कालीन गस्त नही कर रहा है। रामभरोसे ही माता के भक्त बड़ी संख्या में पदयात्रा करके दरबार पहुंच रहे हैं। जिनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं और बच्चों की है।
भंडारों में की जा रही माता के भक्तों की सेवा
माता के दरबार में भक्तों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा के लिए प्रतिदिन चलाए जा रहे सेकड़ो सेवा भाव के भंडारे जिनमें अभी तक चाय, फलिहार, खिचड़ी, खीर, वितरित की जा रही थी। ऐसे भंडारे सेकड़ो की संख्या में चल रहे हैं। लेकिन खरगोन, बरैली से आया गुप्ता परिवार पिछले 10 वर्षों से नि:शुल्क भंडारे का आयोजन करता आ रहा है। गुरूवार को मेला प्रांगण में ऐसे ही भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें फलिहार, खिचड़ी, मठे के साथ-साथ भरपेट भोजन भी माता के भक्तों को पूरे दिन कराया। पंचमी से भंडारों की संख्या और बड़ जाएगी। जो अष्टमी तक चलेगी।
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