निज संवाददाता रेहटी
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है, जयकारा शेरावाली का, नंगे-नंगे पांव चले आये मां तेरे पुजारी जैसे धार्मिंक उद्घोषों के साथ चारो दिशाओं से जय मातादी के ही जयकारे सुनाई दे रहे हैं। और पूरा क्षेत्र धर्ममय हो गया है। यह नजारे नवरात्र के पहले दिन से ही देखने को मिल रहे हैं। मां विजयासन शक्तिपीठ धाम सलकनपुर में शारदीय नवरात्र के पहले दिन माता के भक्तों की अपार भीड़ देखी गई। जहां करीब सवा लाख श्रद्धालुओं ने मां विजयासन दरबार पहुंचकर मत्था टेककर स्तुति की। नवरात्र के पहले दिन सुबह 5:30 बजे की आरती में करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालु आरती में शामिल हुए। रात्रि 3 बजे से रात्रि १२ बजे तक माता के पट खुले होने से यहां आने वाले हजारों की संख्या में पदयात्रियों को रात्रि में भी माता के दर्शन हो रहे हैं। 24 घंटे में मात्र 3 घंटे ही रात्रि 12 बजे से 3 बजे तक ही माता के पट बंद रहते हैं। 21 घंटे लगातार माता के दरबार में भक्तों की कतारें टूट नही पा रहीं हैं। वहीं बड़ी संख्या में बुदनी, होशंगावाद, भोपाल, सीहोर और वीरपुर मार्ग पर पदयात्रियों की कतारें भी देखी जा सकती हैं। जय माता दी उद्धघोष के साथ टोलियां बनाकर ढोल नगाड़ो के बीच पदयात्री माता के दरबार पहुंच रहे हैं।
मंदिर पर व्यवस्था बड़ाई
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शारदीय नवरात्र में पेयजल, साफ-सफाई और विश्राम की व्यवस्था के साथ इस बार स्थानीय ट्रस्ट ने अलग से व्यवस्थाएं भी की हैं। श्री देवी जी मंदिर ट्रस्ट सचिव रामकिशोर दुवे ने बताया कि 124 केवी का बड़ा यहां एक जनरेटर भी लगाया गया है। जहां लाईट जाने पर श्रद्धालुओं के लिए प्रकाश व्यवस्था समुचित रहेगी। वहीं मंदिर पर चार-चार हजार लीटर की दो ठंडे पानी की मशीन भी लगाई गई है। जिनको दो घंटे में 8 हजार लीटर पानी ठंडा कर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए रखा गया है।
21 घंटे माता के पट खुलने से नही होती है अधिक भीड़
मां विजयासन के 24 में से 21 घंटे पट खुले होने से यहां मंदिर प्रांगण में अधिक भीड़ नही देखी जा सकती है। माता के भक्त पंक्तिबद्ध आकर माता का दर्शन कर रहे हैं। वहीं अधिक भीड़ होने पर आधे से एक घंटे में माता के दर्शन हो रहे हैं।
सुबह की आरती में भारी भीड़
चारो दिशाओं से माता का ध्वज हाथ में लिए पैदल आने वाले यात्री दिनरात चलकर पदयात्री रात्रि में ही माता के दरबार पहुंचकर सुबह की आरती में शामिल होना चाहते हैं। जिस कारण सुबह 5:30 की आरती में भारी भीड़ माता के दरबार में रहती है। जिसमें पदयात्रियों की संख्या सबसे अधिक होती है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
शारदीय नवरात्र में माता के भक्तों को कोई असुविधा न हो और उनकी सुरक्षा के लिए यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात किए गए हैं। जहां मंदिर पर 100 से अधिक पुलिस बल तैनात है। वहीं पार्किंग, सीड़ी मार्ग, वाहन पहुंच मार्ग, बस स्टैंड, रोप-वे पर भी 100 से अधिक पुलिस बल तैनात हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर 200 से अधिक पुलिस बल यहां तैनात किया गया है।
नीचे दी गई लिंक्स पर क्लिक करके विस्तार से जाना जा सकता है।
- यहां क्लिक कर जानिए कैसे हुई सलकनपुर पर्वत की उत्पत्ति
- यहां क्लिक कर जानिए कैसे बना शक्तिपीठ सलकनपुर
No comments:
Post a Comment