Article By ANAND VISHWAKARMA

Wednesday, 26 October 2016

देशी कट्टा और तेंदूए की खाल के चारो आरोपियों को जैल भेजा

निज संवाददाता रेहटी
सलकनपुर क्षेत्र में तेंदूए की खाल बेचने के लिए चार आरोपियों को बुधवार को वन विभाग ने बुदनी न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि इन चारो आरोपियों में जो प्रेमसिंह चंद्रवंशी जिसके पास से एक देशी कट्टा बरामद हुआ था। यह आरोपी बहुत शातिर बताया जाता है। इसके अपराध के तार कई गिरोह से मिलने की पूर्ण संभावना बनी हुई है। क्योंकि जब वन विभाग इन आरोपियों के मोबाईल जब्त कर रहे थे। उसके पहले मुख्य आरोपियों प्रेमसिंह चंद्रवंशी ने अपने मोबाईल के पूरे नंबर और मोबाईल की रिकार्डिंग तत्काल डिलीट कर दी। मोबाईल की डिटेल से और मोबाईल में रिकार्डिंग से इसके अपराध के तार एक बड़े गिरोह की ओर इशारा कर रहे हैं। तेंदूए की खाल के अलावा किस-किस अपराध में यह आरोपी लिप्त है। इसका पता लगाने के लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी रेहटी रितु तिवारी ने बताया कि बालाघाट में संपर्क कर इस आरोपी की पूर्ण जानकारी ली जा रही है। इन चार आरोपियों में एक अतिथि शिक्षक भी है वहीं दो आरोपी भी साथ हैं। सन २००४ में एसआई से  बर्खाश्त आरोपी प्रेमसिंह चंद्रवंशी की बाईक पर अभी भी पुलिस लिखा हुआ है। वन विभाग ने इन आरोपियों के पास से दो बाईक भी जब्त की है। वहीं वन विभाग के काफी प्रयास के बाद भी यह आरोपियों ने यह नही क बूला है कि देशी कट्टा इन्होने अपने पास क्यों रखा। वन विभाग के बार-बार प्रयास करने के बाद आरोपी हर बार यही कहते रहे है कि रात्रि में लाडक़ुई क्षेत्र से निकलने में हमें डर बना रहता था। इसलिए यह अवैध कट्टा साथ रखते थे। अगर इस मामले को आगे गंभीरता से लिया गया तो इस देशी अवैध कट्टे को लेकर इन आरोपियों केअन्य वारदातों में लिप्त होने की बात सामने आ सकती हैं। 

चारो आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद चारो को न्यायालय ने जेल भेज दिया है। और वन विभाग की जांच अभी जारी है। चारो आरोपियों की डिटेल्स भी ली जा रही है। 
सुश्री रितु तिवारी, रेंजर रेहटी

Tuesday, 25 October 2016

रेहटी वन विभाग ने देशी कट्टा और तेंदूए की खाल के साथ आरोपियों को पकड़ा


वन विभाग रेहटी और क्षेत्रीय टाईगर स्टाईक फोर्स की संयुक्त टीम ने सलकनपुर क्षेत्र में तेंदूए की खाल बेचने से पहले 4 आरोपियों को धर दबोचा है। चारो आरोपियों के पास से तेंदूएं की खाल, 2 बाईक, और 1 देशी कट्टा बरामद कर हिरासत में लिया है। चारो आरोपियों ने देशी कट्टा अपने पास क्यों रखा, इस पर से अभी पर्दा नही उठ सका है। जो गहन जांच का विषय है। और अपराधी कब से वन्य प्राणियों की खाल बेचते आ रहे हैं इस पर से भी पर्दा उठना चाहिए। मंगलवार को पूरे दिन चली वन विभाग और स्टाईक फोर्स की कार्रवाई के बाद वन विभाग ने आरोपियों को हिरासत में रखा गया। और आज बुधवार को इनको न्यायालय में पेश किया जाएगा। आरोपियों के पास से तेंदूए की खाल और कट्टा जब्त होने के बाद चौकाने वाली बात यह है कि इन आरोपियों में एक एसआई टर्मिनेट है जो अपराध में लिप्त है। वहीं दूसरा इसमें एक अतिथि शिक्षक भी शामिल है। देशी कट्टे के साथ आरोपियों के पास से कोई जिंदा कारतूस नही मिल सके हैं। जो आरोपी कहीं छिपाने में सफल हो गए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपियों के पास देशी कट्टा होने से कई अपराधों में लिप्त होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। आखिर वन विभाग रेहटी की वन परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी की सघन पूछताछ जारी है। जहां आगे भी कुछ खुलासा होने की पूर्ण संभावना बनी हुई है। 
आखिरकार ढाई माह पहले आई वन परिक्षेत्र अधिकारी युवा लडक़ी रितु तिवारी और उनकी टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चार आरोपियों को धर दबोचा है। और इन आरोपियों को पकडऩे के लिए वन विभाग ने सूझ बूझ का परिचय देकर इन आरोपियों को सलकनपुर और बोरी के बीच एक आश्रम के पास पकड़ा। रितु तिवारी के साथ डिप्टी रेंजर एचसी त्यागी, वन रक्षक आरएन पांडे, देवी सिंह भामर, हरीश माहेश्वरी, राधेश्याम की भूमिका भी सराहनीय रही है। यह सब वन विभाग के एसडीओ वीपी सिंह के मार्गदर्शन में हुआ। क्षेत्रीय टाईकर स्ट्राईक फोर्स होशंगावाद के एसडीओ संदेश माहेश्वरी, वन रक्षक मुकेश द्विवेदी, पदम सिंह राजपूत, अभिषेक उपाध्याय की मेहनत से भी आरोपियों तक वन विभाग पहुंचते हैं। पकड़े गए आरोपियों में ओमप्रकाश इक्के पिता चंपालाल इक्के उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम निमाडदी जिला देवास, सालिगराम पिता जयनारायण इवने उम्र 32 वर्ष ये भी ग्राम निमाड़दी, सतीष मशकोले पिता कैलाश मसकौले उम्र 29 वर्ष निवासी निमाड़दी, प्रेमसिंह चंद्रवंशी पिता भगवान सिंह चंद्रवंशी उम्र 48 वर्ष निवासी सीहोर है। चौकाने वाली बात यह है कि इन आरोपियों में से प्रेमसिंह चंद्रवंशी जो 2004 में रिश्वत के मामले में टर्मिनेट हो चुका है। जो एसआई पुलिस में बालाघाट में पदस्थ था। वहीं सतीष अतिथि शिक्षक है जो मिडिल स्कूल निमाड़दी में पड़ाता है। 
चंद्रवंशी सेे बना डीपी मिश्रा 
आरोपियों में मुख्य सरगना प्रेमसिंह चंद्रवंशी ने अपराध को अंजाम देने के लिए अपनी जाति ही बदल डाली और वह चंद्रवंशी से डीपी मिश्रा बन गया। सबसे पहले प्रेमसिंह चंद्रवंशी ने अपना नाम डीपी मिश्रा ही बताया था लेकिन वन विभाग की वन परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी की कड़ी पूछताछ के बाद वह अपने को रोक नही पाया और उसने कहा कि मैं डीपी मिश्रा नही हूं मेरा नाम प्रेमसिंह चंद्रवंशी है। इन आरोपियों से सख्ती से पूछताछ  की जाए तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। अब देखना यह है कि वन विभाग इन आरोपियों से क्या-क्या कबूल करवाता है। 
शेर, तेंदूए की खाल तांत्रिक विद्या के काम आती है
आरोपी सतीष का कहना है कि ये खाल हम सलकनपुर क्षेत्र में एक महात्मा को देने आए थे। इससे पहले हम पकड़े गए। बताया जाता है कि तेंदूए और शेर की खाल तांत्रिक विद्या के काम भी आती है। जो लाखों रूपए में बेची जाती है। 

Thursday, 13 October 2016

अब तहसील में सर्वाधिक अंक लाने पर मिलेगा एक लाख का पुरुस्कार : शिवराज सिंह चौहान

निज संवाददता रेहटी 
ग्राम वासनिया के गरीबों को अब आवास के लिए 1 लाख 25 हजार रूपए और शौचालय के लिए 12 हजार अलग से दिया जाएगा। बुदनी विधान सभा का वासनिया खुर्द वही पहला गांव हैं, जहां 2013 के चुनाव में भाजपा के पक्ष में सर्वाधिक मतदान करने वाला पहला गांव है। जहां भाजपा को 429 में से 425 मत मिले थे। वहीं कांग्रेस को मात्र 4 मत मिले थे। वासनिया खुर्द में अभार व्यक्त करने के साथ ग्रामीणों को कई सौगात देने जा रहा हूं। यह बातें गुरूवार को रेहटी तहसील के ग्राम बासनिया खुर्द में एक आमसभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कही। उन्होने ग्राम वासनिया में बिजली सव स्टेशन समर्थन मूल्य की तुलाई ग्राम में ही होगी। किसानों के लिए 400 हैक्टेयर में सिचाई का पानी उपलब्ध कराना सहितं ग्राम वासनिया खुर्द को जोडऩे के लिए सभी नई सडक़ें बनाने की सौगात दी है। सीएम का ग्राम वासनिया खुर्द पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होने रेहटी बुदनी, नसरूल्लागंज के  कक्षा 10वीं के छात्र-छात्राओं को तहसील में सर्वाधिक अंक आने पर उन्हें एक लाख रूपए का पुरुस्कार, द्वितीय को 50 हजार रूपए, तृतीय को 25 हजार रूपए इसी प्रकार कक्षा 12 में सर्वाधिक अंक पर 1 लाख 25 हजार, द्वितीय को 75 हजार और तृतीय को 50 हजार रूपया दिया जाएगा। वहीं उन्होने छात्र-छात्राओं के लिए कई सौगात दी। इसके साथ प्रधानमंत्री उज्जवला गैस कनेक्शन भी बांटे। और लाड़ली लक्ष्मी योजना के चैक भी वितरित किए। तथा किसानों को पट्टे भी वितरित किए। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ उनके साथ आए ज्यैष्ठ पुत्र कार्तिकेय चौहान ने भी सभा को संबोधित किया। सीएम के साथ उनकी  धर्मपत्नी साधना सिंह चौहान, प्रभारी मंत्री रामपाल सिंह, वन विकास निगम अध्यक्ष गुरूप्रसाद शर्मा, मार्कफेड अध्यक्ष रमाकांत भार्गव, बेयर हाऊस कारपोरेशन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजपूत, भाजपा प्रदेश मंत्री रघुनाथ सिंह भाटी, नगर परिषद अध्यक्ष सुनिता हरिनारायण चौहान, राज्य लघु वनोपज के प्रदेश उपाध्यक्ष रामनारायण साहू, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गजराज सिंह चौहान, नगर परिषद उपाध्यक्ष गजराज  सिंह चौहान,  राजेंद्र पटेल, पार्षद अनिल जिराती, सुरेश चौहान, प्रदीप पटेरिया सहित जिला कलेक्टर सुदाम खांडे, एसपी मनीष कपूरिया, एसडीएम बृजेश सक्सेना, तहसीलदार राजेंद्र जैन, एसडीओ फारेस्ट वीपी सिंह, वन परिक्षेत्र अधिकारी रेहटी रितु तिवारी  सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। 
16 सूत्रीय मांग पत्र ग्रामीणों ने सौंपा
वासनिया खुर्द में 125 केवी विद्युत सव स्टेशन, रेहटी जाजना मैन रोड से वासनिया खुर्द होते हुए दिग्बाड़ तक नहर और सडक़ का निर्माण, वासनिया खुर्द से बोरघाटी सडक़ निर्माण, नांदिया खेड़ा से वासनिया सडक़ निर्माण, ग्राम दिग्बाड़ में सोसायटी केंद्र का निर्माण, रेहटी जाजना सडक़ पर यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण, हैंडपंप लगाने की मांग, वासनिया खुर्द स्थित बड़ा झाड़ जंगल में धनकोट में 50 वर्ष से किसान खेती करते आ रहे हैं इनकी नोइयत परिवर्तित करने की मांग, गेहूं का समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र निर्माण, श्यामु गांव से वासनिया खुर्द 12 किमी सडक़ निर्माण, वासनिया खुर्द धनकोट टप्पर में इंदिरा आवास निर्माण की मांग, ग्राम पंचायत भवन निर्माण की मंाग, उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग, वासनिया खुर्द में प्रायमरी और मिडिल स्कूल में शिक्षकों की पूर्ति करने के संबंध में, वासनिया खुर्द में मांगलिक भवन निर्माण, वासनिया और आसपास के 20 गांव में 400 से 500 हैक्टेयर असिंचित भूमि को सिंचित करने के लिए कोलार नहर की लाईन डालने की मांग, वासनिया खुर्द में चबूतरा निर्माण, उचित मूल्य दुकान निर्माण की मांग, पुरानी सडक़ों पर पुन: डामरीकरण और सडक़ के चौड़ीकरण की मांग ग्रामीणों ने की थी। जिसमें से 10 मांगे मुख्यमंत्री ने स्वीकृत करने की घोषणा की है शेष मांगों पर जांच कराकर कार्यवाही करेंगे। 

Sunday, 9 October 2016

सीएम ने चड़ाया माता के दरबार में चांदी का मुकुट

निज  संवाददाता रेहटी 
मां विजयासन दरबार सलकपुर में अष्टमी की रात्रि को माता के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। महानिशा पूजा में तीन लाख से अधिक श्रद्धालु सप्तमी और अष्टमी को माता के दर्शन करने पहुंचे। यह श्रद्धालु माता के दरबार में सीड़ी मार्ग, सडक़ मार्ग और रोप-वे से पहुंच रहे थे। हर तरफ जाम के हालात थे। दो दिनों तक बार-बार सडक़ और सीड़ी मार्ग पर जाम लगता रहा। लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ कम नही हुई। अष्टमी होने के कारण श्रद्धालु जल्द ही दर्शन करके अपने अपने घर पहुंचने की जल्दी में सबसे पहले माता के दर्शन करने की होड़ में लगे रहे।
रात्रि भर खुला रहा माता का दरबार
मां विजयासन के दरबार में सप्तमी की रात्रि को 12 महा निशा पूजा होने के कारण माता के दरबार में पूरी रात माता के भक्तों का जमावड़ा रहा। रात्रि 12 बजे पूरे वैदिक रीति रिवाज से मां विजयासन की पूजा अर्चना के साथ हवन का कार्यक्रम चालू हुआ। जो 5 बजे तक चला। हवन के समावन अवसर पर महाआरती का आयोजन माता के दरबार में किया गया।
प्रदेश की सुख और समृद्धि का आशीर्वाद लेने पहुंचे शिवराज सिंह चौहान
माता विजयासन के दरबार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चैत्र और शारदीय नवरात्र में महानिशा पूजा के बाद अष्टमी को मां विजयासन के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। शारदीय नवरात्र में अष्टमी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मां विजयासन को चांदी का मुकुट भेंट किया। पूजा अर्चना कर संपूर्ण मप्र की जनता की सुख समृद्धि और प्रदेश के विकास की माता से आराधना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धर्म पत्नी साधना सिंह, भाजपा संगठन मंत्री रघुनाथ सिंह भाटी, गुरूप्रसाद शर्मा के साथ दर्शन करने पहुंची। 


Friday, 7 October 2016

क्षेत्र के कलवाना स्कूल को मिलेगा स्वच्छता का राष्ट्रीय पुरुस्कार

निज संवाददाता रेहटी

जज्बा मेहनत और लगन हो तो हर प्रयाश सफल हो जाता है। बस हमें जरूरत है तो मेहनत और लगन की। यह सब कर दिखाया है रेहटी के समीवर्ती प्रायमरी स्कूल कलवाना के प्रधानाध्यापक शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्रों ने। जिसका स्वच्छता अभियान में राष्ट्रीय स्तर पर प्रायमरी स्कूल कलवाना राष्ट्रीय पुरुस्कार के लिए शामिल किया गया है। यह जज्वा और मेहनत यहां के प्रधानाध्यापक सीताराम जाट के अथक प्रयास से यह संभव हुआ है। जहां उन्होने 5  स्टाफ और 134  छात्रों की मदद से यह मुकाम हासिल किया है। प्रधानाध्यापक सीताराम जाट ने बताया कि यह हमारा एक वर्ष का प्रयास था। जो पूरी तरह से सफल हुआ है। जहां स्वच्छता अभियान की ट्रेनिंग होने के बाद मन में ठान लिया था कि स्कूल को पूरी तरह से स्वच्छ बनाकर और प्रतिदिन साफ-सफाई कर इसको स्वच्छता की अग्रणीय श्रेणी में रखना है। यहां मध्यान्ह भोजन करने के पहले सभी बच्चे साबुन से हाथ धोकर ही भोजन करते हैं। यहां बच्चों की बाल केबिनेट भी बनाई गई है। जो प्रतिदिन अपना काम सुचारू रूप से करती है। स्कूल की प्रतिदिन साफ सफााई सभी कक्षाओं में डस्टबिन रखने के साथ यहां अशोक और कई प्रकार के जो पेड़ पौधे लगाए गए हैं, उनकी प्रतिदिन देखभाल करना और स्कूल की दीवारों पर स्वच्छता के स्लोगन लिखकर स्वच्छता का संदेश देना, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छता अभियान चला रखा है, उसमें पूरी तरह से स्कूल खरा उतरना यह भी हमारा प्रयास रहा है। मुझे खुशी है कि हमारी मेहनत रंग लाई है। और एक छोटे से गांव का स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है। इसे राष्ट्रीय पुरूस्कार मिलने जा रहा है। वहीं उन्होने यह भी बताया कि मुझे पे्ररणा के लिए अन्य स्कूलों में जाना पड़ता था। और जो नई चीज उन स्कूलों में देखने को मिलती थी, वह मैं स्कूल में उचित ढंग से करता था। और परिणाम हमें बहुत ही सार्थक मिले हैं। स्कूल के राष्ट्रीय चयन के बाद आगे भी स्वच्छता का संदेश देते हुए स्कूल को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखा जाएगा। 

स्कूल का स्टाफ और छात्रों की मदद से स्कूल में स्वच्छता को लेकर कोई कसर नही छोड़ी है। और आगे भी स्वच्छता को लेकर एक तिनका भी स्कूल में नजर आता है तो हम तुरंत साफ-सफाई करते हैं। 
सीताराम जाट, प्रधानाध्यापक प्रायमरी स्कूल कलवाना

Thursday, 6 October 2016

नवरात्र के छटवे दिन दरबार में 70 हजार श्रद्धालु पहुंचे दर्शन करने

निज संवाददाता रेहटी

नवरात्र में पंचमी पर मां विजयासन का दरबार विशेष प्रकार से सजाकर माता का विशेष श्रंगार किया जाता है। और आज के दिन दर्शन करने का लाभ अधिक मिलता है। इसलिए माता के भक्तों की आज से दरबार में भीड़ जाती है। रात्रि 3 बजे से लेकर रात्रि 12 बजे तक माता के दरबार में 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। क्योंकि माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालु अधिक समय माता के दरबार में रूक नही रहे हैं। पदयात्रा करके आए श्रद्धालु दर्शन करने के बाद रात्रि में ही वाहनों से लौट जाते हैं। इस कारण माता के दरबार में भीड़ तो हा रही है लेकिन अधिक भीड़ नही रह पा रही है। 
भारी संख्या में चल रही है प्रायवेट बसें
लाखों की संख्या में आ रहे माता के श्रद्धालु जो पदयात्रा कर पहुंच रहे हैं। उनके जाने के लिए चारो ओर विशेष बसों की व्यवस्था नवरात्र में जाती है। जहां से पूरी रात किसी भी दिशा में जाने के लिए वाहन उपलब्ध रहते हैं। बसों को भरकर सीधे भोपाल, इंदौर, हरदा, होशंगावाद, इटारसी, सडक़ मार्गों पर रवाना कर दिया जाता है। यही कारण है कि मेला प्रांगण में श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा नही हो पा रह हैं। और सुविधाजनक श्रद्धालु अपने-अपने घरों तक पहुंच रहे हैं। जबकि बसों में यात्री ज्यादा होने के कारण ओवरलोड बस चलाई जा रही है। तब कहीं जाकर श्रद्धालु की संख्या कम हो पा रही है। 
सडक़ मार्ग पर आज से ही लंबी-लंबी कतारें लगना प्रारंभ हो गई जो अष्टमी तक रहेगी
माता के दरबार में पहुंचने वाले चार, दो पहिया वाहन चालक की भारी संख्या होने के कारण और माता के दरबार में पहाड़ी पर पार्किंग की जगह कम होने के कारण दस-दस वाहनों को रोक कर पहाड़ी पर भेजा जा रहा है। जिससे अव्यवस्था न हो और श्रद्धालु सुगमता से दर्शन कर सके। जो वाहन पहाड़ी पर जा रहे हैं उनको लाईन में लगकर गुरूवार एक से देड़ घंटे इंतजार करना पड़ा। क्योंकि संख्या में बड़ गई है। और वाहन भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। इस कारण भी व्यवस्था में बदलाव करना पड़ रहा है। ऐसे में बाईक सवार दो लोगों को ही पहाड़ी पर चडऩे की अनुमति है जो वाहन पुराने हैं और कंडम है नीचे ही वाहन पार्क करके सीड़ी और सडक़ मार्ग से पदयात्रा करके जाना होगा। यह श्रद्धालुओं की भीड़ पंचमी से अष्टमी तक निरंतर बड़ती रहती है। और अष्टमी को रविवार पडऩे के कारण श्रद्धालुओं की संख्या भारी संख्या में बडऩे की संभावना है। 
नगर के गांधी चौक में विराजित मां दुर्गा

प्रशासन ने बड़ाया पुलिस बल
माता के दरबार में 200 से अधिक पुलिसकर्मी, अधिकारी सेवा दे रहे हैं। लेकिन यातायात व्यवस्था में कमीं होने के कारण यातायात पुलिस के 48 जवान और अधिकारी और बड़ा दिए हैं। जो सडक़ मार्ग पर यातायात की व्यवस्था देख रहे हैं। अब 240 के आसपास पुलिसकर्मी माता के दरबार में सेवा दे रहे हैं। इसके बाद भी रात्रि को 9 बजे के बाद मंदिर को छोडक़र किसी भी पाइंट पर कोई पुलिसकर्मी नजर नही आ रहा है। और ना ही माता के दरबार में पहुंचने वाले पदयात्रियों की सुरक्षा के लिए सडक़ पर गस्त देने वाले वाहन चलाये जा रह हैं। कोई पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रात्रि कालीन गस्त नही कर रहा है। रामभरोसे ही माता के भक्त बड़ी संख्या में पदयात्रा करके दरबार पहुंच रहे हैं। जिनमें सबसे अधिक संख्या महिलाओं और बच्चों की है। 
भंडारों में की जा रही माता के भक्तों की सेवा
माता के दरबार में भक्तों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा के लिए प्रतिदिन चलाए जा रहे सेकड़ो सेवा भाव के भंडारे जिनमें अभी तक चाय, फलिहार, खिचड़ी, खीर, वितरित की जा रही थी। ऐसे भंडारे सेकड़ो की संख्या में चल रहे हैं। लेकिन खरगोन, बरैली से आया गुप्ता परिवार पिछले 10 वर्षों से नि:शुल्क भंडारे का आयोजन करता आ रहा है। गुरूवार को मेला प्रांगण में ऐसे ही भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें फलिहार, खिचड़ी, मठे के साथ-साथ भरपेट भोजन भी माता के भक्तों को पूरे दिन कराया। पंचमी से भंडारों की संख्या और बड़ जाएगी। जो अष्टमी तक चलेगी


Monday, 3 October 2016

नवरात्र के तीसरे दिन 50 हजार भक्त पहुंचे मां विजयासन दरबार

निज संवाददाता रेहटी
मां विजयसान दरबार में भक्तों की भक्ति के आगे सब नत मस्तक है। क्योंकि नवरात्र में माता के दरबार में अनेक प्रकार के भक्त पहुंच रहे हैं। जिन्हें देखते ही बनता है। बरैली से पदयात्रा करके आ रहे रामसखा गूजर ने बताया कि वे 35 वर्षों से पदयात्रा करके आ रहे हैं। आज उनकी उम्र 35 वर्ष है। फिर भी सेकड़ो किमी की पदयात्रा में उन्हें अभी थकान नही है। और ना ही वे व्रत के दौरान कुछ ग्रहण करते हैं। सिर्फ फलाहार पर ही 9 दिन व्रत रखते हैं। ऐसे हजारों किस्से पदयात्रा में चल रहे माता के भक्त बता रहे हैं। 100 किमी से अधिक की भक्तों की लाईन देखते ही बनती है। पीपरिया से होशंगावाद, बुदनी, सलकनपुर तक माता के भक्तों की लाईन चार दिनों से टूट नही रही है। माता की अटूट श्रद्धा और विश्वास के चलते हजारों टोलियां जिनमें बच्चे, बूड़े, जवान, महिला-पुरूष शामिल है। माता के जयकारों के साथ पदयात्रा कर रहे हैं। बैतूल, शाहपुरा, भौरा, इटारसी से पदयात्रा करके और दंडवत यात्रा कर आ  रहे किशन सिंह ने बताया कि मेरे परिवार में कोई पुत्र नही था। माता से प्रार्थना की इसके बाद मेरे परिवार में दो पुत्रों का जन्म हुआ। तभी मैने माता के दरबार में दंडवायात्रा कर आने का संकल्प लिया था, जिसे मैं पूरा कर रहा हूं। 20 दिन में माता के दरबार दंडवत  पहुंच रहा हूं। यह मन्नत मेरी मुराद पूरी करने से बड़ी तपस्या नही है। मुझे दंडवत आने में कोई परेशानी नही हुई है। और माता के भक्त मुझे सहयोग कर रहे हैं। खातेगांव से आ रहे पदयात्री संदीप मालवीया ने बताया कि वे पिछले 5 वर्षों से बिना कोई मन्नत के मां के दरबार पहुंच आ रहे हैं। विजयासन माता बिना कहे ही मेरी हर मुराद पूरी कर देती हैं। 
माता के दरबार में सोमवार को हुई भीड़ कम
रविवार को माता के दरबार में भारी भीड़ रही। जिसमें तीन से चार घंटों तक लंबी-लंबी कतारें लगती रही। वहीं सोमवार को माता के भक्तों की संख्या कम हो गई। जो मात्र 50 श्रद्धालुओं तक ही सिमट कर रह गई। लेकिन इनमें सबसे अधिक श्रद्धालु पदयात्रा करके आने वाले श्रद्धालु हैं। इनमें भी महिला श्रद्धालुओं की संख्या अधिक है। जो सेकड़ो किमी से पदयात्रा करके बच्चों सहित माता के दरबार पहुंच रही है। रूकमणि बाई, रामभरोस अपने दो बच्चों को गोद में लेकर 48 किमी पदयात्रा करके माता के दरबार पहुंचे। 
सलकनपुर में बच्चे अब नही करेंगे भिक्षावृत्ति
बाल कल्याण समिति ने सलकनपुर पहुंचकर सीड़ी और मंदिर के आसपास भिक्षावृ़त्ति करने वाले बालकों को ग्राम पंचायत सलकनपुर में एकत्रित किया। और उनके परिजनों को बुलाकर हिदायत दी। कि वे माता के दरबार में स्वयं और परिवार के बालक बालिकाओं से भिक्षावृत्ति न कराए। भिक्षावृत्ति करवाई गई तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जो बच्चे सलकनपुर में भिक्षावृत्ति करते प्रशासन को मिले उनमें 14 नाबालिग बालक-बालिकाएं हैं। जिनके माता-पिता भी वहीं पर थे। और उनसे भिक्षावृत्ति करा रहे थे। समिति के अध्यक्ष और सदस्यों ने समझाईस दी और बताया कि आगे से वे अपने बच्चों से भिक्षावृत्ति न कराएं। बाल कल्याण समिति जिला सीहोर के बृजेश चौहान अध्यक्ष ने ग्राम सलकनपुर में ग्राम पंचायत सभाक क्ष में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें समिति के अध्यक्ष बृजेश चौहान, चंदा जैन, रामस्वरूप साहू, जुगल किशोर पटेल, प्रदीप मीना प्रभारी बाल कल्याण समिति, एमआर उईके उप निरिक्षक, केएम खीची, श्रम अधिकारी रवि कुशवाह, सामाजिक कार्यकर्ता नेमनामथ मरावी, सरपंच विपत सिंह उईके, भगवान सिंह चंद्रवंशी, पिंटू केवट अध्यक्ष जल समिति, विनय दुवे, अतुल पंचलासमा, प्रकाश दायमा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला में बृजेश चौहान ने कहा कि बच्चों से भीख मंगवाना दंडनीय अपराध है। इस अपराध को रोकने के लिए सलकनपुर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। और प्रशासन को चेताया कि वे हर समय भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चों पर निगरानी रखे। और किसी भी हाल में भिक्षावृत्ति न करने दे। 

नवरात्र का पहला दिन
नवरात्र का दूसरा दिन
और इस तरह हुई सलकनपुर पर्वत की उत्पत्ति
जानिए कैसे पड़ा मां विजयासन का नाम
जानिए कैसे पड़ा बुधनी का नाम
जानिए कैसे पड़ा रेहटी नगर का नाम

Sunday, 2 October 2016

नवरात्र के दूसरे दिन देड़ लाख श्रद्धालुओं ने किए मां विजयासन के दर्शन


निज संवाददाता रेहटी 
मां विजयसान धाम शक्तिपीठ सलकनपुर में नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को माता के भक्तों का जन सैलाव उमड़ता रहा। रविवार को छुट्टी होने के कारण यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है। जहां दूसरे दिन भी रात्रि 3 बजे से रात्रि 12 बजे तक देड़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां विजयासन के दर्शन किए। और पुण्य लाभ लिया। वहीं प्रात: 5:30 की आरती में 50 हजार से अधिक माता के भक्त मंदिर पर जमा थे। शारदीय नवरात्र में यह पहला मौका है कि देवी धाम सलकनपुर में स्वच्छता का वातावरण बना हुआ है। वहीं हर जगह साफ-सफाई देखी जा सकती है। देवी धाम सलकनपुर को तहसीलदार राजेंद्र जैन ने पॉलीथीन मुक्त करने के बाद यह स्वच्छता का वातावरण निर्मित हुआ है। 
500 वर्षों से प्रज्जवलित है मां के दरबार में दो अखंड ज्योति
यहां के महंत प्रभुदयाल शर्मा ने बताया कि मां विजयासन धाम सलकनपुर में 500 वर्षों से एक  शुद्ध घीं, दूसरी तेल की अखंड ज्योत प्रज्जवलित है। वहीं माता के भक्तों ने सवा सौ से अधिक नवरात्र में नो दिनों के लिए ज्योत प्रज्जवलित कराई गई है। जिनकी देखभाल यहां के पंडे दिन रात कर रहे हैं। 
लगता रहा जाम
रविवार को माता के दरबार में अपार भीड़ होने से होशंगावाद, भोपाल, सीहोर और वीरपुर मार्ग पर जाम की स्थिति निर्मित होती रही। वहीं होशंगावाद जाने वाले वाहनों को नहर वाले मार्ग से निकाला जा रहा था। 

Saturday, 1 October 2016

नवरात्र के पहले दिन सवा लाख श्रद्धालुओं ने किए मां विजयासन के दर्शन

निज संवाददाता रेहटी
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है, जयकारा शेरावाली का, नंगे-नंगे पांव चले आये मां तेरे पुजारी जैसे धार्मिंक उद्घोषों के साथ चारो दिशाओं से जय मातादी के ही जयकारे सुनाई दे रहे हैं। और पूरा क्षेत्र धर्ममय हो गया है। यह नजारे नवरात्र के पहले दिन से ही देखने को मिल रहे हैं। मां विजयासन शक्तिपीठ धाम सलकनपुर में शारदीय नवरात्र के पहले दिन माता के भक्तों की अपार भीड़ देखी गई। जहां करीब सवा लाख श्रद्धालुओं ने मां विजयासन दरबार पहुंचकर मत्था टेककर स्तुति की। नवरात्र के पहले दिन सुबह 5:30 बजे की आरती में करीब 50 हजार से अधिक श्रद्धालु आरती में शामिल हुए। रात्रि 3 बजे से रात्रि १२ बजे तक माता के पट खुले होने से यहां आने वाले हजारों की संख्या में पदयात्रियों को रात्रि में भी माता के दर्शन हो रहे हैं। 24 घंटे में मात्र 3 घंटे ही रात्रि 12 बजे से 3 बजे तक ही माता के पट बंद रहते हैं। 21 घंटे लगातार माता के दरबार में भक्तों की कतारें टूट नही पा रहीं हैं। वहीं बड़ी संख्या में बुदनी, होशंगावाद, भोपाल, सीहोर और वीरपुर मार्ग पर पदयात्रियों की कतारें भी देखी जा सकती हैं। जय माता दी उद्धघोष के साथ टोलियां बनाकर ढोल नगाड़ो के बीच पदयात्री माता के दरबार पहुंच रहे हैं। 
मंदिर पर व्यवस्था बड़ाई
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शारदीय नवरात्र में पेयजल, साफ-सफाई और विश्राम की व्यवस्था के साथ इस बार स्थानीय ट्रस्ट ने अलग से व्यवस्थाएं भी की हैं। श्री देवी जी मंदिर ट्रस्ट सचिव रामकिशोर दुवे ने बताया कि 124 केवी का बड़ा यहां एक जनरेटर भी लगाया गया है। जहां लाईट जाने पर श्रद्धालुओं के लिए प्रकाश व्यवस्था समुचित रहेगी। वहीं मंदिर पर चार-चार हजार लीटर की दो ठंडे पानी की मशीन भी लगाई गई है। जिनको दो घंटे में 8 हजार लीटर पानी ठंडा कर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए रखा गया है। 
21 घंटे माता के पट खुलने से नही होती है अधिक भीड़
मां विजयासन के 24 में से 21 घंटे पट खुले होने से यहां मंदिर प्रांगण में अधिक भीड़ नही देखी जा सकती है। माता के भक्त पंक्तिबद्ध आकर माता का दर्शन कर रहे हैं। वहीं अधिक भीड़ होने पर आधे से एक घंटे में माता के दर्शन हो रहे हैं। 
सुबह की आरती में भारी भीड़

चारो दिशाओं से माता का ध्वज हाथ में लिए पैदल आने वाले यात्री दिनरात चलकर पदयात्री रात्रि में ही माता के दरबार पहुंचकर सुबह की आरती में शामिल होना चाहते हैं। जिस कारण सुबह 5:30 की आरती में भारी भीड़ माता के दरबार में रहती है। जिसमें पदयात्रियों की संख्या सबसे अधिक होती है। 
चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
शारदीय नवरात्र में माता के भक्तों को कोई असुविधा न हो और उनकी सुरक्षा के लिए यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात किए गए हैं। जहां मंदिर पर 100 से अधिक पुलिस बल तैनात है। वहीं पार्किंग, सीड़ी मार्ग, वाहन पहुंच मार्ग, बस स्टैंड, रोप-वे पर भी 100 से अधिक पुलिस बल तैनात हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर 200  से अधिक पुलिस बल यहां तैनात किया गया है।
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