Article By ANAND VISHWAKARMA

Wednesday, 1 May 2019

एक ही दुकान में 2 बार चोरी का हुआ पर्दाफाश, आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा


निज संवाददाता रेहटी
एक ही दुकान में 8 अप्रैल और 28 अप्रैल को चोरी होने के बाद यह पुलिस के लिए एक ही दुकान में दो बार चोरी होना वह भी 20 दिन के अंतराल में पुलिस के लिए चुनौति बन गई थी। दूसरी बार चोरी होने के बाद पुलिस ने 24 घंटे में आरोपियों को धर दबोचा है। जिसमें 3 आरोपी दादोराम कांवले पोपलिया जिला बैतूल उम्र 18 वर्ष, शिवकुमार गोंड ग्राम पोपलिया जिला बैतूल 21 वर्ष, अमर लाल उम्र 22 वर्ष को गिरफ्तार किया है। नगर के बिंध्येश्वर मोबाईल सेंटर को दो बार निशाना बनाया था।  इस एक ही दुकान में 2 बार की चोरी को लेकर पुलिस अधिक्षक एसएस चौहान सीहोर के निर्देशन में एडीशनल एसपी समीर यादव के मार्गदर्शन में एसडीओपी बुदनी शंकर पटेल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें टीआई रवींद्र यादव एसआई प्रभात गोड़, राजेश यादव, मनोज यादव, विपिन जाट, नरेश  की टीम ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जहां एक आरोपी के दोनो बाहों पर टेटू गुदा होने से पुलिस इन आरोपियों तक पहुंच गई। रेहटी थाने में बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस में एसडीओपी शंकर पटेल, टीआई रवींद्र यादव ने बताया कि पुलिस के लिए चोरों तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती थी। 8 अप्रैल की चोरी के मामले में संदिग्द चोर जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।  ऐसा लग रहा था कि कोई आदिवासी या निम्न स्तर का चोर है। जहां पुलिस ने कईं जगह डेरों पर छापामार कार्रवाई की। जहां सफलता नही मिलने से दूसरे बार चोरी होने के बाद इस चोरी में एक चोर की बाहों पर टेटू गुदा हुआ था। जहां रेहटी के समस्त किरायेदारों पर पुलिस की नजर थी। चौपड़ा कॉलोनी स्थित गोविंद दुवे के मकान में तीनो चोर किराए से रह रहे थे। जैसे ही आरोपी की तलाश में पुलिस पहुंची तो एक आरोपी शिवकुमार गोड़ ३ मंजिल बिल्डिंग से नीचे कूद गया। जहां पुलिस का शक पूरी तरह पक्का हो चुका था। जिसके मकान में किराये से वे रह रहे थे। वहां छापामार कार्रवाई की तो पुलिस को 23 मोबाईल, एक एलईडी मिली। जहां तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पुलिस हिरासत में लेकर आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही हैं कि अन्य चोरी की वारदात इन्होने कहां कहां की है। आरोपियों ने 6 मोबाईल बेचने की बात भी स्वीकार की है। अब पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि वे लोग कौन हैं जिन्होने मोबाईल खरीदे हैं। वहीं किराए के मकान में रखने वाले मकान मालिक से भी पूछताछ की जाएगी, कि थाने में बिना सूचना के किराये दार क्यों रखते हैं। 

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