Article By ANAND VISHWAKARMA

Tuesday, 5 December 2017

फिर दिखा बाघ, एक गाय किया घायल

निज संवाददाता रेहटी
सलकनपुर बायां के बीच अब बाघ का मूवमेंंट बड़ गया है। ग्राम नकटीतलाई में शाम को 7 बजे बाघ ने दो गायोंं को गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिससे एक गाय की मौत हो गई। एक गाय का उपचार किया जा रहा है। ग्राम नकटीतलाई के अतर सिंह और संतोष कासदा को ईंट बनाते समय यह बाघ दिखा था। इन्हीें के शोर मचाने और भागने पर बाघ गाय को छोडक़र खेत की ओर बाघ गया था। शाम 7 बजे संतोष कासदा अपने ईंट भट्टे पर कच्ची ईंट के लिए मिट्टी बना रहा था। तभी बाघ ने इन गायोंं पर हमला किया था। 
बाघ ने गाय का शिकार किया है। लेकिन वह मरी नही है, घायल है गाय का ईलाज कराया जा रहा है। अगर उसकी मृत्यु हो जाती है तो वन विभाग गाय के के मालिक को मुआवजा दिया जाएगा।
एसके जादोन डिप्टी रेंजर वन विभाग रेहटी
वारदानों के अभाव में चार दिन से नही चल रेहटी समर्थन मूल्य पर खरीदी 

निज संवाददाता रेहटी
समर्थन मूल्य खरीदी क ेंद्रोंं पर चार दिनों से वारदाने नही होने के कारण रेहटी सेवा सहकारी समिति के माध्यम से चल रहे कृषि उपज मंडी समिति रेहटी प्रांगण में समर्थन मूल्य केंद्र पर वारदाने के अभाव में समर्थन मूल्य की खरीदी नही हो पा रही है। किसान परेशान हो रहे हैं जबावदेह अधिकारी वारदाने के लिए जल्द बुलवाने की बात कह रहे हैं। लेकिन वारदाने नही आने से किसानों की परेशानी बड़ी है। जबकि दूसरे केंद्रो पर अतिरिक्त वारदाने पड़े हुुए हैं। इस संबंध में किसानों का कहना है कि जिले के अधिकारी जानबूझकर वारदाने लेट भेजकर किसानों को परेशान कर रहे हैं। कई किसान ४ दिनों से २४ घंटे ट्राली पर सो रहे हैं और कई किसान वारदानोंं के अभाव में घर से ही अपनी उपज नही ला पा रहे हैं। 

वारदानों का अभाव नही है। वारदाने एक दो दिन में मंडी प्रांगण में पहुंच जाएंगे। और खरीदी की जा रही है। 
नरेंद्र द्विवैदी, ई-उपार्जन खरीदी वारदाना प्रभारी

3 करोड़ की लागत से ग्राम पंचायत मरदानपुर में बनेंगे आंतरिक सडक़ मार्ग
ग्रामीण कर रहे हैं घाट निर्माण और मुख्य सडक़ बनाने की मांग 

निज संवाददाता रेहटी
ग्राम पंचायत मरदानपुर में आंतरिक सडक़ मार्ग खराब होने के कारण रास्ते पर चलना मुश्किल हो रहा था। वहीं लंबे समय से चली आ रही मांग घाट निर्माण नही हो पा रहा है। जबकि घाट निर्माण की मांग कई वर्षों से ग्रामीण करते आ रहे हैं। और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भारत सरकार के प्रदेश विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जो कि विदिशा लोकसभा से सांसद भी है। ने भी मरदानपुर घाट निर्माण की घोषणा की थी। लेकिन निर्माण कार्य का शुभारंभ १५ वर्ष बाद भी नही हुआ है। 
३ करोड़ की लागत से बनेगा आंतरिक सडक़ मार्ग
ग्राम पंचायत मरदानपुर के सरपंच सुरेश विश्वकर्मा ने बताया कि मरदानपुर में ३ करोड़ की लागत से आंतरिक सडक़ मार्गोंं का निर्माण कराने स्थान चयन और सर्वे का काम पूर्ण कर लिया है। शीघ्र ही आंतरिक सीसी सडक़ निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। यह सीसी सडक़ निर्माण गुणवक्तायुक्त नाली सहित निर्मित की जाना है। 
जहां आवश्यकता वहां नही बन रहे सडक़ मार्ग
बाबूलाल प्रजापति ग्रामीण ने बताया कि मरदानपुर में जहां सडक़ निर्माण होना चाहिए। उन स्थानों को इसी सडक़ मार्ग निर्माण में शामिल नही किया है। मरदानपुर का मुख्य सडक़ मार्ग जो बस स्टैंड बाजार से मुख्य सडक़ को जोडऩे वाला है। इस सडक़ मार्ग पर बरसात के दिनोंं में पानी बहता रहता है। नाली नही है। इसलिए इस सडक़ मार्ग का निर्माण आवश्यक है। मरदानपुर नर्मदा घाट पहुंच मार्ग का निर्माण आवश्यक है। वहीं मरदानपुर घाट निर्माण भी आवश्यक है। लेकिन यह दोनो ही निर्माण कार्य नही हो रहे हैं। बरसात के दिनों में स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को इन कीचडय़ुक्त मार्गों से ही होकर स्कूल पहुंचना पड़ता है। 

सीसी सडक़ निर्माण ३ करोड़ की लागत से उन स्थानों पर होने है। जहां सडक़ निर्माण की आवश्यकता है। शेष सडक़ निर्माण और घाट निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे हैं। स्वीकृति होने पर वहां भी निर्माण कार्य कराएं जाएंगे। 
संजय दुवे, सचिव ग्राम पंचायत मरदानपुर
नही बनी पुलिया रोज हो रही दुर्घटना

निज संवाददाता रेहटी
जल संसाधन विभाग के नयागांव माईनर पर मालीबायां के पास बनी पुलिया 3 वर्षों से क्षतिग्रस्त है। और इस पुलिया से मालीबायां के कई किसानो का पुलाने का पानी निकलता है। इस कारण ग्रामीण इसे हर वर्ष ओपन कर देते हैं। जिसे नहर का पानी पाईप के माध्यम से उनके खेतों तक पहुंच सके। लेकिन 3-4 वर्षों में जल संसाधन विभाग इस पुलिया की मरम्मत नही कर पाया है। इस पुलिया में गिरकर कई वाहन और चालक दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। कई ग्रामीण तो इतने गंभीर हो गए कि उन्हें महीनों अस्पताल में गुजारना पड़े। इसके बाद भी विभाग के काम में जू तक नही रेंगी। और यह पुलिया अभी भी ओपन गढ्डे के रूप में बीच रास्ते पर है। और अब भी दुर्घटनाएं रोज घटित हो रही है। न तो विभाग ने पत्थर लगाकर या चूना डालकर सांकेतिक चिन्ह बनाए है और ना ही गति अवरोधक संकेतक लगाए हैं। जिससेे दुर्घटनाएं रोकी जा सके। 

पुलिया टूटी होने के संबंध में जल संसाधन विभाग को अवगत करा दिया है। निर्माण कार्य क्योंं नही कराया गया यह विभाग के अधिकारी ही अच्छे से बता पाएंगे। 
कुलदीप सिंह ठाकुर, जल उपभोक्ता संथा अध्यक्ष, जल संसाधन विभाग






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