Article By ANAND VISHWAKARMA

Saturday, 24 March 2018

मां के चरणो में सीएम, विजयासन दरबार को भव्य बनाने की घोषणाएं

निज संवाददाता रेहटी 

मां विजयासन धाम शक्तिपीठ सलकनपुर में प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ शनिवार को अष्टमी पर मां विजयासन की विधिविधान से पूजा अर्चना की। और देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उल्लेखनीय है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान वर्ष में पडऩे वाली शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र की अष्टमी पर परिवार सहित विजयासन माता के दरबार में आकर और मां की पूजा अर्चना कई वर्षों से करते आ रहे हैं। लेकिन इस बार उन्होने मंदिर के विस्तार के लिए 10 बिंदुओं की रूपरेखा तैयार करवाकर अब मंदिर को और विक सित किया जाएगा। परिक्रमा मार्ग पर 9 देवियोंं की स्थापना होगी। ताकी यहां आने वाले लाखो श्रद्धालु परिक्रमा मार्ग पर 9 देवियों के दर्शन कर सके। वहीं सीड़ी मार्ग और वाहन मार्ग के सूर्य गेट पर जगह-जगह छाया के लिए शेड बनाए जाएंगे। और मंदिर तक पहुंचने वाले  सभी मार्गों पर शौचालय और यूरिनल की व्यवस्था भी की जाएगी। वहीं उनकी मां सुंदरदेवी चौहान की स्मृति में उन्होने मंदिर के पास एक शीतल पेयजल प्याऊ को शुभारंभ भी किया। इसके साथ ही मां विजयासन मंदिर के कई विकास भी 10 बिंदुओं में शामिल किए गए हैं। इस मौके पर वन विकास निगम अध्यक्ष गुरूप्रसाद शर्मा, बेयर हाऊस कारपारेशन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजपूत, नगर परिषद अध्यक्ष सुनिता हरिनारायण चौहान, डॉयरेक्टर गृह निर्माण प्रदेश सदस्य मीना राजेंद्र पटेल, लघु वनोपज के प्रदेश उपाध्यक्ष रामनारायण साहू, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेश राजपूत, युवा मोर्चा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष चेतन पटेल, भाजपा मंडल सलकनपुर के अध्यक्ष रामसजीवन यादव, विधायक प्रतिनिधि राजेंद्र पटेल, पूर्व सरपंच पुरुषोत्तम यादव, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अब्दुल्ला खान, युवा मोर्चा के जिला  उपाध्यक्ष जयपाल भाटी, रामविलास यादव, शिव गांधी, बिष्णु प्रसाद सुपर, भागीरथ मुकाती सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। 
की श्रद्धालुओं से मुलाकात
जब मुख्यमंत्री अपनी धर्मपत्नी के साथ मां विजयासन धाम सलकनपुर पहुंचे तो अष्टमी पर माता के दरबार में भारी भीड़ जमा थी। और अपने चहते मुख्यमंत्री से मिलने के लिए श्रद्धालु आतुर हो रहे थे। और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी श्रद्धालुओं से मिलने के लिए उन तक पहुंच रहे थे। 




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