परिक्षेत्र अधिकारी रितु तिवारी के मार्गदर्शन में अवैध रूप से सागोन की लकड़ी काटकर सिल्ली बनाकर दो अलग-अलग घटनाओं में वन अमले ने एक स्थान पर 16 लकड़ी जब्त की है। एक बाईक पर 8 और दूसरी बाईक पर भी 8 सिल्लियां अवैध रूप से जिनकी कीमत 20 हजार बताई जा रही है। वन विभाग ने यह जब्ती दो स्थानों पर गोंडीगुराडिय़ा और जमोनिया सडक़ मार्ग पर की है। यह दोनो ही बाईक रेहटी वन विभाग अमले ने जब्त कर ली है। लेकिन आरोपी लकड़ी और बाईक छोडक़र भाग गए। इस कार्रवाई में डिप्टी रेंजर आरएस जादोन, डिप्टी रेंजर देवी सिंह भामर, दिनेश धुर्वे, आनंद ठाकुर, हरीश माहेश्वरी, चंदर सिंह चंद्रवंशी, राधेश्याम सिंह, रामरूचि साहू, लालजी शर्मा, मुकेश यादव, अजहर अलि, पदम ङ्क्षसह टीम में शामिल रहे।
चोरी की बाईक से हो रही है चोरी
जिन बाईकों से लकड़ी चोरी की जा रही है। उन बाईकों पर नंबर फर्जी अंकित किए गए हैं। जो नंबर बाईकों पर लिखे गए हैं उनमें एमपी 37 बीए २७६३, एमपी 37 एमआर ०११५ जिनकी कीमत लगभग 40 हजार रूपए बताई जा रही है। लेकिन इन बाईकों के चेसिस नंबर अलग बताए जा रहे हैं। इससे प्रतीत होता है कि यह बाईक चोरी की है और इन बाईकों को आरोपी लकड़ी चोरी करने के लिए ही खरीदते हैं। आवश्यकता उस बात की है आरटीओ क्षेत्र में पता लगाए कि कितनी बाईक बिना नंबर, बिना पंजीयन के चोरी की दौड़ रही है। जिनसे आरोपी अपराध कर रहे हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही जा रहा है। उल्लेखनीय है कि वन विभाग के अधिकांश लकड़ी जब्ती में आरोपी फरार ही बताए जा हैं। वन विभाग ने यह जब्ती भी एक लंबे अर्से बाद जब्त की है। जबकि यहा वन विभाग का बड़ा अमला पदस्थ है। यहां प्रतिदिन तीनों आरामशीनों पर 200 से अधिक सिल्लियां रोज आ रही है जिसे वन विभाग ने अनदेखा कर रखा है।
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