निज संवाददाता रेहटी
रेहटी थाना क्षैत्र के नर्मदा तट ग्राम बाबरी घाट पर किश्ती में रेत भरकर और किश्ती पर 5 मजदूरों को बैैठाकर उस पार से इस पार लाना अवैध रेत का काम करने वालों को महंगा सावित हुआ है। जहां रेत से भरी किश्ती नर्मदा नदी बाबरी घाट के बीचोबीच डूब जाने से एक मजदूर डूब गया। वहीं एक महिला मजदूर सहित ४ लोगों को किसी तरह बचा लिया गया है। मामला गुरुवार दोपहर 3 बजे का है। मौके पर रेहटी पुलिस और नसरूल्लागंज एसडीओपी प्रकाश मिश्रा भी बाबरी घाट पहुंचे।
एसआई प्रभात गोड़ ने बताया कि बाबरी घाट पर शिवपुर की ओर से एक किश्ती रेत भरकर रेहटी थाना क्षेत्र के घाट बाबरी घाट की ओर आ रही थी। किश्ती में अधिक रेत भरी हुई थी और ऊपर से 5 मजदूरो को भी किश्ती पर बैठाया गया था। तभी ज्यादा बजन किश्ती में होने से किश्ती नर्मदा के बीचोबीच डूब गई। जिसमें किश्ती पर सवार मजदूर अमलाड़ा कलां थाना शिवपुर शकाराम पिता गुलाब सिंह उम्र 35 वर्ष नर्मदा नदी में डूब गया। और किश्ती पर सवार अमलाड़ा कला के ही मजदूर कोरकू समाज के धन्नू लाल पिता मुन्ना लाल सुनील पिता देवी सिंह, राजकुमार पिता मिश्रीलाल, अंगूरी बाई पत्नी महेश प्रसाद कोरकू को किसी तरह तैरकर बचा लिया है। बताया जाता है कि यह सभी मजदूर तैरना जानते थे, लेकिन जब कश्ती डूबी तो उस समय कश्ती पर सवार महिला मजदूर अंगूरी बाई डूबने लगी तब शकाराम अंगूरी बाई को बचाने के लिए मशक्कर कर रहा था, अंगूरी बाई और अन्य मजदूर तैरकर पार लग गए। लेकिन शकाराम नर्मदा नदी में डूब गया। जिसका शव देर शाम तक नही मिल सका है। वहीं मौके पर एसआई प्रभात गोड़, आरक्षक विपिन जाट, विजय यादव, बलराम सिटोलिया पहुंचे। जहां शकाराम को ढूंडने के लिए नर्मदा नदी पर जाल लगवाया गया है। वहीं सीहोर से गौताखोर को भी बुलवाया गया है।
100 मीटर तैरक
र पार लगे महिला सहित 4 मजदूरनर्मदा के बाबरी घाट की इस पार से उस पार की दूरी करीब 200 मीटर है। जहां नर्मदा नदी के बीचोबीच कश्ती के डूब जाने से महिला अंगूरी बाई सहित चारो मजदूर करीब 100 किमी तैरकर रेहटी थाने क्षेत्र के बाबरी घाट पर पार लगे। बाबरी घाट की गहराई करीब 60 फीट बताई जाती है।
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