Article By ANAND VISHWAKARMA

Thursday, 28 February 2019

रेहटी में लगे गंदगी के अंबार, सूचना बोर्ड के साईड में लग रहे हैं कचरों के ढेर पिछले वर्ष नगर स्वच्छता में दूसरे स्थान पर रहा था


नगर परिषद ने स्वच्छता को गंभीरता से नही लिया तो स्वच्छता का ग्राफ नीचे पहुंचेेगा

निज संवाददाता रेहटी
एक तरफ तो नगर परिषद स्वच्छता में जिले में प्रथम आने के लिए प्रयासरत है। वहीं दूसरी ओर जहां कचरा फेंकने के सांकेतिक बोर्ड लगे हैं और उस पर लिखा है कि सार्वजनिक जगह पर कचरा फेंका गया तो जुर्मान किया जाएगा। लेकिन नगर में जहां कचरा नही फेंकने का बोर्ड लगा है उसके साईड में कचरे के ढेर आसानी से देखे जा सकते हैं। गौरतलब है कि २०१८ में नगर परिषद रेहटी जिले में दूसरे स्थान पर रहकर स्वच्छता का खिताब जीता था। लेकिन पिछले वर्ष जो साफ सफाई होती थी वह इस वर्ष देखने को नही मिल रही है। ऐसा न हो कि २ नंबर पर स्वच्छता में रहने वाली नगर परिषद अब स्वच्छता में नीचे आ जाए। बालिका छात्रावास के सामने लगा नगर परिषद का सांकेतिक बोर्ड और उसी के साईड में कचरे के ढेर इस बात को सिद्ध करते हैं कि इस वर्ष नगर परिषद स्वच्छता को गंभीरता से नही ले रही है। 

15 बार्डों में नियमित नही हो पा रही है साफ सफाई
नगर परिषद के पास एक बड़ा सफाई अमला है। जिसमें 30 से 35 सफाई कर्मचारी इस अभियान को मूर्तरूप देने के लिए लगे हुए हैं। लेकिन 15 बार्डों में प्रतिदिन और नियमित साफ सफाई नही होने से बार्डवासी परेशान रहते हैं। बार्ड 15 के नागरिक मंगल आजाद ने बताया कि माह में एक या दो बार ही नालियों की सफाई हो रही है नालियां चौक हो रही हैं और ऊपर से गंदा पानी बह रहा है। बार्ड 15 के चुन्नीलाल पाटनी ने बताया कि साफ-सफाई के नाम पर औपचारिकता पूरी की जा रही है नालियां हमेशा ही गंदे पानी से भरी रहती है जहां बार्डवासियों का रहना दुस्वार हो रहा है। 
रात्रिकालीन सफाई में आई कमी
२०१८ में रात्रिकालीन सफाई प्रतिदिन नियमित हो रही थी। इसलिए नगर परिषद को जिले में दूसरा स्थान मिला था। लेकिन इस वर्ष रात्रिकालीन सफाई तो शुरू की। लेकिन पूरी गंभीरता से साफ सफाई के मामले को लेकर और रेहटी को स्वच्छता में नंबर १ लाने के लिए जो कवायत करना चाहिए उसमें भारी कमियां देखी जा रही है। ऐसे में कैसे बनेगा स्वच्छता में रेहटी नंबर वन। 
चौराहों पर लगना चाहिए बड़े डस्टविन
नगर परिषद ने नगर को स्वच्छता में एक नंबर बनाने के लिए नगर के चौराहों पर डस्टबिन तो रखे हैं लेकिन वे डस्टबिन इतने छोटे हैं कि वह भरा जाते हैं और उस पर डाला कृूड़ा करकट नीचे गिरने से इन्हें आवारा गाय खाकर मौत के मुहं में समा रही है, क्योंकि इन कूड़ा करकट में पॉलीथीन भी होती है। और पॉलीथीन गायें भी खां रही है जिससे उनकी रोज मौत हो रही है। 
सुझाव
नगर परिषद को स्वच्छता में अगर नगर को पहले स्थान पर लाना है तो साफ सफाई को गंभीरता से लेना पड़ेगा। जिसकी जवाबदारी नगर परिषद अध्यक्ष सुनिता हरिनारायण चौहान और सीएमओ आरडी शर्मा सहित स्टाफ की भी बनती है। लेकिन बीते वर्ष पूरी परिषद ने साफ सफाई को इतना गंभीरता से लिया था कि जिले में दूसरा स्थान मिल सका था। लेकिन अभी भी समय है की पूरी परिषद स्वच्छता को अभी भी गंभीरता से ले और परिषद अपनी निगरानी में साफ-सफाई पर ध्यान दें तो नगर को स्वच्छता का पहला खिताब मिल सकता है। अन्यथा यही क्रम चलता तो 2 नंबर से नीचे भी जा सकता है। 

जिन बार्डों में अगर नियमित सफाई नही हो रही है तो वहां की साफ सफाई को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। और नगर को स्वच्छता में पहले नंबर पर रखने के लिए कोई कमीं नही छोड़ी जाएगी। 
आरडी शर्मा सीएमओ नगर परिषद रेहटी


Saturday, 16 February 2019

मोदी जी अब माफ करो, पाकिस्तान को साफ करो


निज संवाददाता रेहटी
मोदी जी अब माफ करो पाकिस्तान को साफ करो। पाकिस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, नवजोद सिद्धू मुर्दावाद जैसे विरोधी नारे शनिवार को पाकिस्तान का पुतला और नवजोत सिद्धू का पुतला जलाने के बाद विहिप बजरंग दल और नगर रेहटी के नागरिको ने बड़ी संख्या में भाग लेकर कश्मीर के पुलवामा में अपनी कायरता दिखाते हुए भारत के 40 जवानों को शहीद होने पर पाकिस्तान को माफ नही करने को लेकर मोदी जी पाकिस्तान को साफ करो। जैसे नारे पूरे नगर में पाकिस्तान की अर्थी और नवजोत सिंह सिद्धू की अर्थी निकालकर लगाए जा रहे थे। इसके बाद पुरानी बस स्टैंड पर पाकिस्तान और नवजोत सिद्धू के  पुतलो की लात घूसे मारकर अपना गुस्सा उतारा। और बस स्टैंड पर ही दोनो का पुतला दहन किया। वहीं शहीद हुए ४० जवानों को दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजली दी गई। पाकिस्तान के प्रति युवाओं का गुस्सा देखने को मिल रहा था। जिसमें भारत अब पाकिस्तान को अब माफ नही करे और उसे साफ करने की बार बार बात की जा रही थी। अर्थी और पुतला दहन में  प्रमुख रूप से बुद्दू चौहान, गजराज सिंह पटेल, जुगल किशोर पटेल, जुगल सिसोदिया, अनार सिंह चौहान, धर्मेदं्र चौहान, ओम आजाद, सोनू चौहान, राजेश राजपूत, पुरुषोत्तम यादव, प्रदीप माहेश्वरी, संतोष चौहान, रामकृष्ण यादव, गोपाल विश्वकर्मा, सुनील यादव, धर्मेंद्र कक्का, जेपी चौहान, कुलदीप ठाकुर, चंद्रशेखर बडकुड, मनोज चौहान, ललित चौहान, आनंद पायलेट , अंकित चौहान, भरत पटेल, गोलू यादव, नरेंद्र सिंह वर्मा, सागर सोनी, सजन चौहान, अनूप सिंह चौहान ककरदा बड़ी संख्या में विहिप बजरंग दल और नागरिको ने भाग लिया।

Thursday, 7 February 2019

नर्मदा नदी में अवैध रेत से भरी कश्ती डूबी, एक मजदूर डूबा, महिला सहित 4 को बचाया


निज संवाददाता रेहटी
रेहटी थाना क्षैत्र के नर्मदा तट ग्राम बाबरी घाट पर किश्ती में रेत भरकर और किश्ती पर  5 मजदूरों को बैैठाकर उस पार से इस पार लाना अवैध रेत का काम करने वालों को महंगा सावित हुआ है। जहां रेत से भरी किश्ती नर्मदा नदी बाबरी घाट के बीचोबीच डूब जाने से एक मजदूर डूब गया। वहीं एक महिला मजदूर सहित ४ लोगों को किसी तरह बचा लिया गया है। मामला गुरुवार दोपहर 3 बजे का है। मौके पर रेहटी पुलिस और नसरूल्लागंज एसडीओपी प्रकाश मिश्रा भी बाबरी घाट पहुंचे। 

एसआई प्रभात गोड़ ने बताया कि बाबरी घाट पर शिवपुर की ओर से एक किश्ती रेत भरकर रेहटी थाना क्षेत्र के घाट बाबरी घाट की ओर आ रही थी। किश्ती में अधिक रेत भरी हुई थी और ऊपर से 5 मजदूरो को भी किश्ती पर बैठाया गया था। तभी ज्यादा बजन किश्ती में होने से किश्ती नर्मदा के बीचोबीच डूब गई। जिसमें किश्ती पर सवार मजदूर अमलाड़ा कलां थाना शिवपुर शकाराम पिता गुलाब सिंह उम्र 35 वर्ष  नर्मदा नदी में डूब गया। और किश्ती पर सवार अमलाड़ा कला के ही मजदूर कोरकू समाज के धन्नू लाल पिता मुन्ना लाल सुनील पिता देवी सिंह, राजकुमार पिता मिश्रीलाल, अंगूरी बाई पत्नी महेश प्रसाद कोरकू को किसी तरह तैरकर बचा लिया है। बताया जाता है कि यह सभी मजदूर तैरना जानते थे, लेकिन जब कश्ती डूबी तो उस समय कश्ती पर सवार महिला मजदूर अंगूरी बाई डूबने लगी तब शकाराम अंगूरी बाई को बचाने के लिए मशक्कर कर रहा था, अंगूरी बाई और अन्य मजदूर तैरकर पार लग गए। लेकिन शकाराम नर्मदा नदी में डूब गया। जिसका शव देर शाम तक नही मिल सका है। वहीं मौके पर एसआई प्रभात गोड़, आरक्षक विपिन जाट, विजय यादव, बलराम सिटोलिया पहुंचे। जहां शकाराम को ढूंडने के लिए नर्मदा नदी पर जाल लगवाया गया है। वहीं सीहोर से गौताखोर को भी बुलवाया गया है। 
100 मीटर तैरक
र पार लगे महिला सहित 4 मजदू
नर्मदा के बाबरी घाट की इस पार से उस पार की दूरी करीब 200 मीटर है। जहां नर्मदा नदी के बीचोबीच कश्ती के डूब जाने से महिला अंगूरी बाई सहित चारो मजदूर करीब 100 किमी तैरकर रेहटी थाने क्षेत्र के बाबरी घाट पर पार लगे।  बाबरी घाट की गहराई करीब 60 फीट बताई जाती है।