इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र में किसानो को लालच देकर अमानक खाद विक्रय करने का मामला प्रकाश में आया है। ग्राम नयागांव के किसान भोलाराम लौधा, दीपक लौधा, नर्मदा प्रसाद पटेल ने बताया कि किसान क्राप्स कंपनी के चार कर्मचारी गांव में घर-घर जन संपर्क कर रहे थे। और कार में रखा खाद का सैंपल बताकर कह रहे थे कि यह जैविक खाद है जिसकी कीमत एक हजार रूपए में पचास किलो जैविक खाद दिया जा रहा है। इस खाद के साथ किसानो को उधारी में सोयबीन बीज दिया जाएगा जो बोनी के दौरान किसानो को दिया जाएगा। किसानों को पांच बोरी खाद लेने पर ही बीज दिया जाएगा। यह बात कहकर किसानों को लाखों रूपए का नकली खाद लालच देकर किसान क्राप्स के कर्मचारी दे गए हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब पानी गिरने के बाद किसानों ने कंपनी के टोल फ्री नंबर और रसीद पर अंकित नंबर पर टेलीफोन कर संपर्क किया। जिन कर्मचारियों के नंबर किसानों ने लिखे थे वे नंबर भी बंद बता रहे हैं। टोल फ्री नंबर भी बंद आ रहा है।
किसान करेेंगे एफआईआर दर्ज फर्जी खाद कंपनी के खिलाफ स्थानीय किसान एफआईआर दर्ज करेंगे। इसके लिए अधिकारियों से किसानों से चर्चा की है और किसान पता लगा रहे हैं कि नकली खाद बेचने वाली फर्जी कंपनी ने कितने किसानों को किन-किन गांवों में झांसा देकर लाखों रूपए ऐठें हैं।
किसान द्वारा भेजा गया यह खाद के कवर का फोटो |
कैसे करें नकली खाद की पहचान
खाद की पहचान करने के लिए खाद को पानी में डालकर उसको गलने का इंतजार करना चाहिए। खाद तत्काल गल जाता है तो खाद नकली है। और यदि खाद देर से गलता है तो खाद सही है। लेकिन इस खाद में नर्मदा रेत पायी जा रही है। इसलिए किसान इसे गुणवत्ताहीन खाद बता रहे हैं।
नकली खाद की जांच कराकर और सही पाया गया तो फर्जी कंपनी के खिलाफ मामला पुलिस को भेजकर कार्रवाई की जाएगी।
राजेंद्र जैन, तहसीलदार रेहटी