Article By ANAND VISHWAKARMA

Saturday, 12 November 2016

जानिए 2000 रूपए की मिसप्रिंट का सच

सोशल मीडिया पर लोगों को अपने विचार व्यक्त करने की आजादी होती है। हालांकी इनकी पोस्ट पर कोई प्रमाणिकता नही होती है। लेकिन फिर भी लोग इन पर बिना तर्क किए विश्वास कर लेते हैं। ऐसी ही भारत सरकार द्वारा बैन किए गए  नोटों की खबर से लोग तरह-तरह की पोस्ट कर रहे हैं। कोई इनके माध्यम से अफवाह भी फैला रहा है। जिसमें वे कह रहे हैं कि २००० रूपए में दोन हजार रूपया गलत छप गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह सही शब्द है। इसे कोंकणी भाषा में लिखा गया है। भारत सरकार को हिंदी भाषा में इन भाषाओं के बाक्स में लिखने की जरूरत नही है। क्योंंकि पूरे नोट में पहले ही हिंदी भाषा में दो हजार रूपया लिखा है। 
देखते ही देखते नगर की सभी दुकानें अचानक बंद हो गई- 
इन टैक्स की अफबाहों ने नगर का किया बाजार बंद
शनिवार को लोग उस समय असंमस में थे। जब एक के बाद एक दुकानों की शटर देखते ही देखते गिरने लगी। लोग समझे इससे पहले पता चला कि इनकम टैक्स वालों का नगर में कहीं छापा पड़ा है। दोपहर करीब 12 बजे के बाद पूरा नगर की दुकानें बंद हो गई। लेकिन यह कोई नही बता पाया कि इनकम टैक्स का छापा किसके यहां और किस बाजार में पड़ा है। यह केवल कोरी अफबाहें शनिवार को पूरे दिन चलती रही। और लोग परेशान होते रहे। तरह-तरह की अफबाहों का बाजार गर्म होने से लोग कई व्यापारियों का नाम गिना रहे थे। जब मीडिया वहां पहुंची तो यह तो केवल कोरी अफबाहें ही सावित हुई। यह सिलसिला दोपहर 12 बजे मंडी से शुरू हुआ। जो शाम तक चलता रहा। किसी ने भी इनकम टैक्स वालों के वाहन या उन्हें नही देखे। इससे इस बात का पता चलता है कि नगर में आयकर की चोरी कितनी अधिक हो रही है।