Article By ANAND VISHWAKARMA

Wednesday, 27 April 2016

पुराने समय में ऐसे होती थी खेतों की सिंचाई

पुराने समय में लोगो के पास सिचाई के साधन जैसे नहर, ट्यूबबेल, मोटर नहीं थे। तब सिचाई के  साधन कुँए, बाबड़ी और कुछ तालाब थे। तालाब से तो पानी आसानी से निकाला जा सकता था, लेकिन कुए और बाबड़ी से बड़ी मात्रा में पानी निकालने के लिए रेहट का प्रयोग किया जाता जाता था। रेहट एक चक्रे नुमा यन्त्र होता है, जो कुए में लगाया जाता था। जिसे बैलों के माध्यम से घुमाया जाता था। इसमें छोटे-छोटे लकड़ी के बॉक्स होते थे। और इनसे निकलता था सिचाई का पानी। आज से  करीब  100 साल पहले रेहटी ग्राम में भी जगह-जगह कुँए और बाबड़िया थी। जिनमे से कई को अब पूर दिया गया है। इन बाबड़िया में रेहट लगा दी जाती थी । 
रेहट को घुमाते हुए बैल 
जिनके  माध्यम से खेतों में सिचाई की जाती थी।  इस कारण  रेहट से रेहटी नगर का नाम रेहटी पड़ा है। 
यहां क्लिक कर जानिए बुधनी का नाम बुधनी कैसे पड़ा

Saturday, 23 April 2016

यहाँ है महाभारत का हस्तिनापुर

 महाभारत में जिस  हस्तिनापुर का उल्लेख है। वह सीहोर जिले के रेहटी तहसील के नर्मदा तट  पर आंवलीघाट के दूसरे किनारे पर स्थित है। जहां अब इसका नाम हथनापुर पड़ गया है। यह वही हस्तिनापुर है, जहां श्री कृष्ण दुर्योधन को शांति का संदेश लेकर युद्ध न करने हेतु समझाने गए थे. आंवलीघाट में इसी काल के शिव  मंदिर स्थित है। जहां कभी पांचो पांडव पूजा किया करते थे। यही नहीं इस नर्मदा तट पर भीम द्वारा फेंके गए पत्थर भी मौजूद है। अब यह तीर्थ स्थल के नाम से भी मशहूर हो गया है। 


 हस्तिनापुर

Tuesday, 19 April 2016

इस तरह सेमरी गांव बना mp का number one डेंगू प्रभावित स्थान

सीहोर के रेहटी के पास स्थित 1100 की आवादी वाला  सेमरी गांव मध्यप्रदेश का नंबर वन का डेंगू प्रभावित स्थान बन गया  है।  जहां अभी तक 100 से अधिक डेंगू के मरीज मिले है।  इसका प्रमुख कारण केवल डेंगू  मच्छर ही नहीं  है। गांव में होने वाला प्रदूसन, स्टोन क्रेसर से निकलने वाली धूल, सफाई  का नहीं होना इसके प्रमुख कारण  है। इन कारणों से लोगों की रोगप्रतिरोधक शक्ति कमजोर पड़ गई है। यहाँ  के लोगो में सरदर्द, खांसी -जुकाम, बुखार, एलर्जी आसानी  से देखा जा सकता है। ऊपर दिए हुए कारण ही इसके प्रमुख कारण है। खैर  अभी यह 0 लार्वा वाला गांव तो हो गया है। लेकिन उपर्युक्त समस्या  कब तक रहेगी यह कहा नहीं जा सकता। 
लार्वा की जाँच करते डॉक्टर 

Monday, 18 April 2016

इस एप से ताली बजाकर करे टार्च चालू (how to open torch by clap)

Playstore<type flashlight clap on<click this ap<download<install
Flashlight on clap इस एप से ताली बजाकर android मोबाइल की टार्च चालू कर सकते है। इसे download करने के लिये play store  में जाकर flashlight on clap टाइप करे। फिर इसे इंस्टॉल करे। इसके बाद इस टार्च का
बटन दबाए। अब ताली बजाय टार्च चालू हो जाएगी। बंद करने के लिए बापस ताली बजाए।

Sunday, 17 April 2016

Rehti ka delabadi jangal

सीहोर जिले के रेहटी के पास का जंगल प्राकृतिक खूबसुर्तियो से भरा हुआ हे, यह देलावाड़ी जंगल के नाम से प्रसिद्ध  है।  इस जंगल में चीता, भालू ,  साभर, हिरण, मौर, तोतो की भरमार हे. जादा देखरेख नहीं  होने के कारण यह प्रकाश में नहीं आ  पाया हे, वही इन  जीवो का शिकार भी  होने लगा है, लकड़ियों की तस्करी भी होने लगी  हे, जिससे यह अपना प्राकृतिक स्वरुप खोता  जा रहा हे.  इसकी सुरक्षा में कोई मजबूत कदम नहीं  उठाए गए है. नहीं तो यह जंगल नेशनल लेवल  के जंगल होने का सामर्थ्य रखता है।